संसद में चल रहे अविश्वास प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने विपक्षी गठबंधन INDIA पर जमकर निशाना साधा. सिंधिया ने कहा की अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले लोगों को खुद पर विश्वास नहीं. उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए बोला की इनलोगों को देश की चिंता नहीं है. उन्होंने कांग्रेस के दौरान हुई हिंसाओं का ज़िक्र किया और पूछा की कांग्रेस पार्टी हिंसा के दौरान कहां थी.

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सिंधिया ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा की विपक्ष को न pm के पद की चिंता है, न राष्ट्रपति के पद की चिंता है. बस चिंता है तोह अपने हैसियत की. 20 साल हो गए उन्हें सदन में रहते हुए लेकिन ऐसा दृश्य उन्होंने नहीं देखा जहाँ इस तरह के अपशब्द इस्तेमाल किया जाये प्रधानमंत्री के लिए. विपक्ष को इसके लिए देश से माफ़ी मंगनी चाहिए.

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अधीर रंजन चौधरी का बयान

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उन्होंने अधीर रंजन चौधरी पर उनके पीएम मोदी को लेकर दिए गए बयान पर निशाना साधा. आज सदन में चर्चा के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने pm मोदी की तुलना नीरव मोदी से की थी. अधीर रंजन ने कहा की देश के नीरव मोदी प्रधान मंत्री मोदी हो गए हैं, क्यूंकि नीरव मोदी हजारों करोड़ लूटकर चला गया.

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अधीर रंजन चौधरी ने कहा की हममे से किसी ने अविश्वास प्रस्ताव के बारे में नहीं सोचा था. लेकिन अविश्वास प्रस्ताव की ताकत है की प्रधानमंत्री मोदी को आज संसद आना पड़ा. विपक्ष सिर्फ इतना चाहता है की प्रधानमंत्री मोदी संसद आये और मणिपुर मुद्दे पर बोले.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में बोलते हुए कहा की राहुल गांधी कह रहे थे की मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोतर को दुनिया से जोड़ा है. उन्होंने यह भी कहा की बांटने की राजनीति विपक्ष करता है, मोदी सरकार नहीं.