सीमा हैदर के बार-बार गुज़ारिश के बाद भी ऐसा माना जा रहा है की उससे निर्वासन करने की प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा शुरू हो गयी है.

सीमा सचिन

सीमा हैदर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से चिट्ठी लिख गुहार लगायी है की उससे यही रहने दिया जाये. उस पत्र में उसने कुछ दलीलें दी हैं जिसमे वह गुहार लगा रही है की उसे रहने भारत में रहने दिया जाये.

सीमा का राष्ट्रपति को पत्र

सीमा ने कबूल किया है की वह सचिन से शादी करने से पहले नेपाल में धर्म परिवर्तन कर हिन्दू बन गयी. सीमा को भारत आने का visa नहीं मिला तब वह नेपाल का visa ले कर नेपाल गयी और 13.03.2023 धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम से हिन्दू बनी. फिर सचिन-सीमा ने हिन्दू रीती-रिवाज़ से काठमांडू में स्थित पशुपति मंदिर में शादी की.

सीमा पर पब्लिक, political और मीडिया का प्रेशर सीमा को गलत दिखने के लिए और हमारी न्याय व्यवस्था कहती है की सभी को न्याय मिलने का अधिकार है. इस पूरे मामले में निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए.

बॉलीवुड का उदाहरण देते हुए कहा की अदनाम सामी को भारत में रहने की वजेह से नागरिकता मिली. अलिया भट्ट भारत में वोट नहीं डाल सकती क्यूंकि भारत में दुहरी नागरिकता नहीं है. अक्षय कुमार के पास कनाडा की नागरिकता है पर वह भारत में कई वर्षों से हैं.

Naturalization पर सीमा को नागरिकता मिलनी चाहिए. भारत में सीमा अपने प्यार सचिन के लिए आई और इसी लिए सीमा-सचिन के प्यार को लैला-मजनू और हीर-राँझा जैसे देखा जायेगा.

सीमा को एक सत्कार भरी ज़िन्दगी जीने का मौका जो हमारी मौजूदा सरकार भी चाहती है जैसे, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, सबका साथ-सबका विकास- सबको न्याय.

योगी सरकार की ओर से हाथ खड़े कर लिए गए हैं और यह मामला अब गृह मंत्रालय को सौंप दिया गया है.