तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के बेटे उधयानिधि ने अपने एक बयान में सनातन धर्म को नाश करने की बात कही. डीएमके नेता उध्यानिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से कर दी.
रविवार को डीएमके मंत्री उदयानिधि स्टालिन ने अपने बयान से देश की सियासत में तूफ़ान ला दिया है. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से करते हुए कहा कि सनातन धर्म बिमारियों जैसा है और उसका नाश कर देना चाहिए. अपने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल सनातन धर्म को ख़त्म करने की बात कही है और लगातार यह बात कहते रहेंगे. उन्होंने भाजपा के दावे को झूठ बताते हुए कहा कि उन्होंने नरसंहार को लेकर कुछ नहीं कहा.
भाजपा नेताओं ने इसे विपक्षी गठबंधन INDIA का एजेंडा करार दिया है. बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगते हुए कहा है कि ये लोग हिन्दू धर्म का नाश करना चाहते हैं और यह भारत के नाश का आधार है. असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि ऐसे बयान के बाद भी अगर राहुल गांधी उनका साथ नहीं छोड़ते तो यह इनकी मिली-जुली सोच है.
क्या है उदयनिधि का बयान
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि ने कहा कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही करना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें उन्हें खत्म करना है. उसी तरह, हमें सनातन धर्म को सिर्फ विरोध करने के बजाय खत्म करना है.
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग बोल रहे हैं कि द्रविड़म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए. क्या इसका मतलब यह है कि द्रविड़ वासियों को मार दिया जाना चाहिए? जब पीएम मोदी कहते हैं ‘कांग्रेस मुक्त भारत’, तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए?
अमित शाह का पलटवार
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्षी गठबंधन INDIA के 2 प्रमुख दल DMK और कांग्रेस के बड़े नेता सनातन धर्म को ख़त्म करने की बात कर रहे हैं, सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं. ये लोग वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हमारी संस्कृति का अपमान करते हैं.