प्रधानमंत्री मोदी को सुरक्षा देने वाली स्पेशल प्रोटेक्शन group यानि SPG के डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा का बुधवार को निधन हो गया. गुरुग्राम के मेदंता में भारती कराया गया था जब उन्हें लीवर में दिक्कत शुरू हुई. अरुण सिन्हा 1987 बैच के केरल कैडर के IPS अधिकारी थे. हाल में ही उन्हें SPG के डायरेक्टर के तौर पर एक साल का एक्सटेंशन दिया गया था.

arun kumar sinha

एक अधिकार ने जानकारी देते हुए बताया की अरुण कुमार सिन्हा का देहांत हो गया है. SPG के निदेशक गुरुग्राम के मेदंता में भारती थे. 61 साल के सिन्हा कुछ समय से बीमार चल रहे थे. 2016 में उन्हें SPG के निदेशक के रूप में बहाल हुए थे. उनका एक और साल के लिए निदेशक पद पर विस्तार किया गया था.

क्या हुआ था अरुण कुमार सिन्हा को?

उनका निधन जॉन्डिस का लेवल बढ़ने की वजह से हुआ. जॉन्डिस का इलाज चल रहा था पिछले एक हफ्ते से चल रहा था. 5 सितम्बर को उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया और अगले दिन यानि 6 सितम्बर को सुबह 6 बजे इनका निधन हो गया.

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सन 1985 में SPG की स्थापना हुई. प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की स्थापना हुई. इसके बाद एक संशोधन किया गया जनादेश में और सुरक्षा सिर्फ कवर सिर्फ तत्कालीन प्रधानमंत्री के लिए कर दी गयी.

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अरुण कुमार सिन्हा के करियर का विस्तार

अपने पूरे करियर में कई अहम पदों पर रह चुके हैं सिन्हा. तिरुवनंथापुरम के डीसीपी, रेंज आईजी, इंटेलिजेंस आईजी के रूप में काम कर चुके हैं अरुण सिन्हा. उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल गयूम की हत्या का मामला सुलझाने के लिए भी उन्हें जाना जाता है.

आईपीएस एसोसिएशन ने उनके निधन पर दुख जताया है. असोसिएशन ने कहा कि कर्तव्य के प्रति उनकी निष्ठा हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी. हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. एसपीजी के पास प्रधानमंत्री और बाकि बड़े नेताओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है.