शरद पवार की अजित पवार से मुलाकात के बाद विपक्ष की अटकले बढ़ गयी हैं. अजित पवार ने कहा कि यह मुलाकात अराजनीतिक थी और यह सिर्फ एक भतीजे की अपने चाचा से मुलाकात थी.

शरद पवार का रुख भी कुछ ऐसा ही था. उन्होंने पिछले सप्ताह कहा था, “किसी के परिवार के सदस्यों से मिलने में कुछ भी गलत नहीं है.” साथ ही, शरद पवार ने दावा किया कि उनके कुछ “शुभचिंतक” उन्हें भाजपा के साथ गठबंधन करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे. हालाँकि, राकांपा के कुछ नेताओं (अजित के नेतृत्व में) के महाराष्ट्र में भाजपा-एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बावजूद वह इसके खिलाफ थे.

सूत्रों ने दावा किया कि एक ऐसे घटनाक्रम में, जिसने महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार, 16 अगस्त को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार को सत्तारूढ़ एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव दिया.