मॉनसून सत्र की शुरुआत होने के कुछ ही घंटो पहले ही 4 मई को मणिपुर में दो महिला के साथ हुई अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद संसद में भारी हंगामा देखने को मिला. विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मणिपुर के मुद्दे पर बयान की मांग कर रहे हैं.
20 जुलाई को सत्र शुरू होने से पहले संसद के बाहर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने मणिपुर की घटना को शर्मनाक बताते हुए दोषियों की कड़ी सजा दिलाने की बात कही थी. लेकिन विपक्ष का कहना है कि पीएम को सदन के अंदर बयान देना चाहिए.
विपक्ष का हंगामा
ऐसे ही एक दिन पहले मणिपुर मुद्दे पर हंगामा मचा रहे आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को संसद से निलंबित कर दिया गया. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संजय सिंह की बर्खास्तगी का प्रस्ताव दिया था.
विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नो कॉन्फिडेंस मोशन लाने पर चर्चा की. अविश्वास प्रस्ताव आया तो वे पारित होगा या नहीं क्योंकि विपक्ष के पास इतनी संख्या नहीं है.
क्या है अविश्वास प्रस्ताव
लोकसभा में बीजेपी के पास 301 सीटें हैं. वहीं उसके सहयोगी दलों को मिलाकर एनडीए की संख्या 333 है. पूरे विपक्ष के सांसद मिलाकर भी एनजीए के आंकेडे का आधा भी नहीं होता है.
पीएम मोदी मणिपुर पर अपना बयान दे चुके हैं. उन्होंने मामले के आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई का भी आश्वासन दिया है. इतना ही नहीं गृहमंत्री अमित शाह तक अपने बयान में कह चुके हैं कि केंद्र सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.