विपक्ष ने मून मिशन को लेकर भी राजनीति करने की कोशिश की. बधाईयां तो हर किसी की सामने आई पर उसकी लैंडिंग से पहले ही श्रेय लेने की होड़ शुरू हो गई थी. कांग्रेस ने ट्वीट करके पूछा कि चंद्रयान मिशन की शुरुआत किस प्रधानमंत्री के काल में हुई?
जाहिर है कि पार्टी का इशारा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की ओर था, जिनके कार्यकाल में 2008 में पहली बार चंद्रयान पर काम शुरू हुआ. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जिसकी आधारशिला नेहरू ने रखी, उसका आज पूरी दुनिया में डंका बज रहा है.
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को पत्र लिखकर चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग पर बधाई दी. भारत अब चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश है और इसके दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला पहला देश है. अपने पत्र में, सोनिया गांधी ने लिखा कि यह आपको यह बताने के लिए है कि कल रात इसरो की शानदार उपलब्धि से मैं कितनी रोमांचित थी. यह एक यह सभी भारतीयों, विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए बहुत गर्व और उत्साह का विषय है.
भारत के चंद्रयान 3 ने चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है. यह देशावासियों के लिए गौरव का क्षण है. चांद को मुट्ठी में करके सपनों की उड़ान अपने अंजाम तक पहुंच चुकी है. 14 जुलाई 2023 की तारीख देश के लिए एक खास बना तो 23 अगस्त ने तो इसे ऐतिहासिक बना दिया. 14 जुलाई को दोपहर के ढाई बजे भारत का चंद्रयान-3 चांद की ओर रवाना हुआ तो 23 अगस्त को शाम 6:03 मिनट पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है.