NDA का मुकाबला करने के लिए बने विपक्षी दलों के गठबंधन ‘INDIA’ की कोऑर्डिनेशन कमेटी की दो बैठके होनी थी..पर सिर्फ एक ही बैठक हुई. बैठक दिल्ली में शरद पवार के अवास पर हुई. पर बैठक में सीपीएम और टीएमसी के सदस्य नजर नहीं आए.
वजह ये रही की अभिषेक बनर्जी से उसी दिन ED की पूछताछ होनी थी और सीपीएम ने इस बैठक से किनारा कर लिया. 14 सदस्य कमीटी में 12 सदस्य शामिल तो हुए पर कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया. बताया ये जा रहा है कि सीट शेयरिंग के मुद्दे को लेकर अभी भी तकरार हैं.
साथ ही पीएम की दावेदारी पर भी घमासान हैं. इसी बीच उमर अब्दुल्ला ने ऐसा प्रस्ताव रख दिया जिससे आगे की बातचीत और उलझ गई है. उमर अब्दुल्ला ने अपने प्रस्ताव में कहा कि जो सीटें पहले से इंडिया गठबंधन के पास हैं, उनको लेकर चर्चा नहीं होनी चाहिए.
यानी कि जिन सीटों पर पिछले चुनाव में इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों ने जीत दर्ज की थी, उन्हें छोड़कर जिन लोकसभाओं पर बीजेपी या इंडिया गठबंधन से बाहर के किसी दल का कब्जा है उनपर चर्चा की जाए. साफ शब्दों में आपको समझाए तो इसका मतलब ये हैं कि पिछले चुनाव में गठबंधन में शामिल जो पार्टियां जिन सीटों पर चुनाव जीती थीं, आगामी इलेक्शन में उन सीटों पर उन्हीं पार्टियों को टिकट दिया जाए.
सीट शेयरिंग पर समझौता आसान नहीं होने वाला हैं. बैठक में कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया. शरद पवार के घर हुई मीटिंग में इस पर कोई देशव्यापी फैसला नहीं हो सका. मीटिंग में तय हुआ राज्यों के आधार पर बात की जाएगी. इसके अलावा भोपाल में अक्टूबर के पहले सप्ताह में गठबंधन की साझा रैली के प्रस्ताव पर भी मुहर लगी हैं.