लोकसकभा चुनाव 2024 से पहले मोदी सरकार ने अपना सबसे बड़ा कदम चल दिया है. ‘One Nation One Election’ को लेकर हलचल तेज हो गई हैं. ‘एक देश, एक चुनाव’ को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एक कमेटी का भी गठन कर लिया हैं. कमेटी के सदस्यों को लेकर नोटिफिकेश जारी करने की भी तैयारी पुरी हैं.
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. इस कमेटी का मकसद एक देश एक चुनाव को लेकर कानूनी पहलुओं को समझना हैं और बताया ये जा रहा हैं की होने वाले संसद के विशेष सत्र के दौरान मोदी सरकार इसपर बिल भी ला सकती है.
कांग्रेस पार्टी ने सवाल किया कि आखिर एक देश एक चुनाव की सरकार को अचानक जरूरत क्यों पड़ गई. तो वहीं कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर मैं एक देश एक चुनाव का स्वागत करता हूं.
यह नया नहीं, पुराना ही आइडिया है. पर ममता बनर्जी नीतीश कुमार भड़क गए हैं. तो अखिलेश यादव सवाल पुछ रहे है कि यूपी में भी चुनाव होगा की नहीं होगा. औवेसी ने इस फैसले को अंसवैधानिक बताया हैं.
विपक्ष की तीसरी राउड की बैठक हुई फ्लॉप, ममता बनर्जी बीच मीटिंग से निकली
मुंबई के हयात होटल में 2 दिलों तक चली इस बैठक का कोई नतीजा नहीं निकल पाया हैं. बैठक पुरी तरह से फ्लॉप रही हैं. बैठक में 28 दल के 63 नेता शामिल हुए. इंडिया के नेताओं ने 14 सदस्यों की Coordination Committee बनाने का ऐलान किया है. साथ ही गठबंधन का नारा ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ होगा.
मिटी में केसी वेणुगोपाल, शरद पवार, डीएमके से टीआर बालू, संजय राउत, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, राघव चड्ढा, समाजवादी पार्टी से जावेद अली खान, ललन सिंह, हेमंत सोरेन, डी राजा, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल हैं.
सीपीआईएम के नेता का नाम नहीं बताया गया जिन्हें कमेटी में शामिल किया है. बताया तो ये भी जा रहा हैं कि पुरा विपक्ष मिलकर चुनाव लड़ेगा. बैठक में शामिल होने कपिल सिब्बल पंहुचे थे. जिसको लेकर भी कुछ नेताओं ने आपती जताई. तो वही Logo पर आम सहमति नहीं बन पाई जिस वजह से लोगो आज जारी नहीं किया गया.
सबसे बड़ा मुद्दा सीट बंटवारे को लेकर जिसपर विपक्ष पुरी तरह से फंस चुका हैं. सीट बंटवारे को लेकर आज मीटिंग में जमकर बहस भी हुई. और आखिरकार सीट शेयरिंग का कोई फॉरमुला तय नहीं हो बाया. राहुल गांधी ने आखरी में बताया कि सीट शेयरिंग पर बाद में रणनीती बनेगी.
मुंबई बैठक में शामिल हुए हेंमत सोरेन को बड़ा झटका
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुंबई में बैठकर मोदी सरकार को हटाने की रणनीति बना रहे थे तो ईडी ने उन्हें बड़ा झटका दे दिया. ईडी ने हेमंत सोरेन को तीसरी बार नोटिस जारी किया है. ईडी 9 सितंबर को हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया है. तो वहीं आज राजस्थान में भी ईडी रेड से हड़कंप मच गया.
जल जीवन मिशन भ्रष्टाचार मामले में ईडी ने जयपुर व उसके आसपास के करीब 16-20 ठिकानों पर छापेमारी की है. ईडी ने यह रेड जलदाय विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों के यहां की है. और जल्द बड़े एक्शन की भी तैयारी हैं.