स्वतंत्रता दिवस के 77वें पर्व पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने 10वीं बार तिरंगा फहराया. 88 मिनट के भाषण में उन्होंने तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी. मणिपुर हिंसा पर बात रखी, परिवारवाद पर हमला बोलते हुए विपक्ष पर तीखा प्रहार किया. 2024 से पहले महिलाओं और ओबीसी पर बड़े एलान किए.

kharge modi

जिस वक्त पीएम मोदी भाषण दे रहे थे. उस वक्त कांग्रेस पार्टी वहां से भाग गई. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जिनके लिए पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में पहुंचने का पहला मौका था, वो वहां नहीं पहुंचे. कार्यक्रम में खड़गे की कुर्सी खाली दिखाई दी.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन तमाम स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान किया जिन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए ना जाने क्या कुछ नहीं किया. लाल किले के कार्यक्रम से अपनी अनुपस्थिति पर बात करते हुए खड़हे ने बताया कि वो समारोह में शामिल इसलिए शामिल नहीं हो सके क्योंकि उन्हें आंखों से संबंधित कुछ समस्याएं थीं और उन्हें प्रोटोकॉल के तहत अपने घर और पार्टी मुख्यालय पर तिरंगा फहराना था. उनका कहना रहा कि लाल किले के आसपास सुरक्षा इतनी कड़ी होती है कि पीएम मोदी के जाने से पहले किसी को वहा से जाने नहीं दिया जाता.

बीजेपी का आरोप

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने खड़गे के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर तीखा हमला बोला और खड़गे की तुलना तड़पती हुई मचछ्ली से की. उन्होंने कहा की यदि मुख्य विपक्षी दल और एलओपी राज्यसभा के नेता नहीं आते हैं, तो आप कल्पना कर सकते हैं कि कांग्रेस की मानसिकता क्या होगी. .आज वे विपक्ष में बैठे ऐसे हैं मानो बिन पानी मछली की तरह तड़प रही हो.

anurag thakur

बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने भी तंज कस दिया. पूनावाला ने एक ट्वीट किया जिसमें लिखा की सूत्र कह रहे थे कि खरगे जी अस्वस्थ थे, इसलिए वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके. हालांकि, मुझे खुशी है कि वह तुरंत ठीक हो गए और कांग्रेस मुख्यालय में स्थित कार्यक्रम में शामिल हुए.

कांग्रेस की सफाई

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि खरगे पहले से ही स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में व्यस्त थे. खरगे को कांग्रेस मुख्यालय में भी ध्वजारोहण करना था. इसी कारण वो लाल किला में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. कांग्रेस मुख्यालय और घर पर तिरंगा फहराना विपक्ष के नेता के लिए इतना जरूरी था कि वो दो मिनट के लिए भी पीएम के भाषण के लिए लाल किले पर नहीं पहुंच पाए.

लाल किले से पीएम मोदी के विपक्ष पर तीखे हमले के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की हर व्यक्ति कहता है कि हम बार-बार जीतकर आते हैं. लेकिन आपको जिताना या हराना ये जनता के हाथ में है, मतदाताओं के हाथ में है. 2023 में कहना कि मैं 2024 में भी झंडा फहराऊंगा अहंकार है.

पीएम ने जब बिना नाम लिए भ्रष्टाचार और परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा तो इसपर मल्लिकार्जुन कहते दिखाई दिए की जो लोकतंत्र का ढोल बजाते हैं, वे दूसरे तरफ विपक्ष का मुंह बंद कर देते हैं. आज लोकतंत्र को बहुत बड़ा खतरा है. संसद में विपक्ष की आवाज बंद कर दी जाती है. मेरा माइक बंद कर दिया जाता है.