लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की अगुआई वाले गुट ‘INDIA’ शामिल हुई आम आदमी पार्टी कांग्रेस के बड़े वोट शेयर भी काट सकती है. मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं.

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आम आदमी पार्टी सूबे के चुनावी दंगल में एंट्री के लिए बेताब है. दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस के समर्थन के बाद आप विपक्षी गुट का हिस्सा तो बन गई है लेकिन विधानसभा चुनावों को लेकर अपने पुराने प्लान पर ही चल रही है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी अपने कैडर को मजबूत करने में भी जुटी हुई है.

मध्य प्रदेश में AAP भाजपा को पूरी तरीके से चुनौती देने में कामयाब नहीं हो सकती है. आम आदमी पार्टी सूबे के विधानसभा को चुनाव को केवल त्रिकोणीय ही बना सकती है और इसका असर भाजपा से ज्यादा कांग्रेस पर पड़ने के आसार अभी से दिख रहे हैं. अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर से ही चुनावी हुंकार भरी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल न सिर्फ बेंगलुरु मीटिंग में पहुंचे बल्कि एकजुट होकर लोकसभा में भाजपा को चुनौती देने की बात भी कही. लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी अपने पुराने प्लान को लेकर आगे बढ़ रही है.

प्रदेश के खंडवा में चुनावी बिगुल फूंकते हुए आम आदमी पार्टी ने ‘बदलाव यात्रा’ निकाली. यात्रा में शामिल हुए पंजाब के खंडूर साहिब से विधायक और मध्य प्रदेश के सह प्रभारी मनजिंदर सिंह लालपूरा के साथ ही पंजाब के राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त सुगरफेड के चेयरमैन नवदीप सिंह ज़िंदा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर बड़े बयान दिए.

राज्यमंत्री ने कहा कि मोदी से देश को बचाने के लिए 26 पार्टियां एक साथ इकट्ठी हुई है. भले ही इन पार्टियों के विचार अलग-अलग हों, विचारधारा अलग हो, लेकिन ये सभी भारत के अभी के हालात और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को बचाना चाहते हैं. MP विधानसभा चुनाव के लिए अपने अभियान का आगाज करने वाली आम आदमी पार्टी 2024 लोकसभा के लिए बने गुट से परे अपने पुराने प्लान पर ध्यान देगी. I.N.D.I.A. गठबंधन में आम आदमी पार्टी के शामिल होने पर आपत्ति जताते हुए पंजाब कांग्रेस की पूरी इकाई ही विरोध में खड़ी हो गई है तो वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रधानमंत्री पद पर दावा ठोक दिया है.

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चौटाला परिवार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अदावत भी जगजाहिर है. आईएनएलडी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमलावर रही है और आरोप लगाती रही है कि कांग्रेस सरकार के समय बदले की भावना से हुई कार्रवाई की वजह से ओमप्रकाश चौटाला को जेल जाना पड़ा. कांग्रेस पार्टी आईएनएलडी को हराकर ही हरियाणा की सत्ता में आई थी. हरियाणा की राजनीति में ये दोनों पार्टियां लंबे समय तक मुख्य प्रतिद्वंदी रही हैं. दुष्यंत चौटाला जननायक जनता पार्टी बनाकर बीजेपी के साथ हैं. कभी हरियाणा की सियासत पर मजबूत पकड़ रखने वाली पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में एक सीट पर सिमट गई थी. लोकसभा चुनाव में आईएनएलडी खाता तक नहीं खोल सकी थी.

I.N.D.I.A. ने आकार ले लिया है और इसमें ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी भी शामिल है. पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान ममता और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, दोनों ने ही एक-दूसरे पर जमकर बयानी तीर चलाए. ममता ने कांग्रेस को बीजेपी की बी टीम बता दिया तो अधीर ने टीएमसी को चोरों की पार्टी कहा.

तीनों दल विपक्षी महा विकास अघाड़ी यानि एमवीए में शामिल हैं. एमवीए की स्थापना के वक्त से लेकर अब तक, राजनीतिक तस्वीर और समीकरण काफी बदल चुके हैं. शिवसेना और उद्धव की शिवसेना, दोनों ही दलों की ताकत टूट की वजह से बहुत कम हो गई है, जो कांग्रेस गठबंधन की स्थापना के समय तीनों दलों में विधानसभा सीटों के लिहाज से सबसे छोटी पार्टी थी, वो बदले हालात में सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है.