दिल्ली कि केजरीवाल सरकार को अब जनता ने नकारना शुरू कर दिया है. दिल्ली में न यमुना का सैलाब शांत हुआ है और न लोगों का गुस्सा. केजरीवाल सरकार लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा ले रही है. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज मयूर विहार बाढ़ राहत शिविर में पहुंचे. लेकिन वहां पहुंचते ही गुस्साए लोगों ने सौरभ भारद्वाज के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरी कर दी. इलाकों में पानी भरने से परेशान लोगों ने केजरीवाल हाय हाय के नारे भी लगाए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. नारेबाजी और विरोध को देखते हुए मंत्री तत्काल वापस लौट गए. लोगों का आरोप है कि अबतक कोई व्यवस्था नहीं की गई है. मयूर विहार बाढ़ राहत शिविर में यमुना खादर के लोगों को रखा गया है. बाढ़ जैसी स्थिति दिल्ली में बनी हुई है लेकिन सिर्फ एक बार केजरीवाल अपने घर से बाहर आए हैं और फोटो सेशन करवाकर वहां से वापस चले गए.
सौरभ भारद्वाज इसे बीजेपी का प्रायोजित विरोध बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा महिला कार्यकर्ताओं के जरिए हंगामा करा रही है. दिल्ली में इस वक्त जो हालात बने हुए ऐसे में दिल्ली सरकार को कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है लेकिन फिर भी उनकी तरफ से कोई ऐसा काम नहीं किया गया है जिससे आम जनता को राहत मिल सके. बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. येलो अलर्ट मध्यम बारिश के लिए जारी किया जाता है. ऐसे में बाढ़ के अलावा यह बारिश बाकी जिलों में भी जलभराव की स्थिति पैदा कर सकती है. स्काईमेट के मुताबिक राजधानी में अब तक जुलाई माह में 308 एमएम तक बारिश हो चुकी है. और ये सामान्य से करीब 105 एमएम ज्यादा है. दो दिन 100 एमएम से अधिक बारिश हुई. स्काईमेट के मुताबिक पिछले तीन से चार दिनों से दिल्ली एनसीआर में बारिश काफी कम हुई है. चार दिनों में सिर्फ 11 एमएम के करीब बारिश हुई है. और अब आने वाले दिनों के साथ साथ बारिश भी दिल्ली-एनसीआर में बढ़ेगी. राजधानी में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. यह स्थिति 18 जुलाई तक रह सकती है. मॉनसून अब उत्तर की तरफ बढ़ रहा है. इसकी वजह से यह बारिश बढ़ेगी. बंगाल की खाड़ी में सर्कुलेशन बनने पर ट्रफ नीचे आएगी, इससे बारिश में थोड़ी कमी आ सकती है. दिल्ली के आईटीओ, राजधाट, द्वारका, जनकपुरी और सागरपुर इलाके में झमाझम बारिश देखने को मिली. वहीं नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद एनसीआर के कई इलाकों में भी रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में कुछ घंटों के अंदर ही लगभग 11 मिमी बारिश हो चुकी है. उधर दिल्ली के आईटीओ, राजघाट, आईएसबीटी और मथुरा रोड के साथ साथ कुछ इलाकों में अब भी लबालब पानी भरा हुआ है. दिल्ली में आई बाढ़ को कंट्रोल करने के लिए आर्मी, एनडीआरएफ, दिल्ली पुलिस और दिल्ली फायर फाइटिंग की टीम सड़कों पर हैं. पहले से ही बाढ़ से बेहाल दिल्ली बारिश के और बोझ को झेलने में असमर्थ है. उधर मौसम विभाग की ओर से दिल्ली के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी कर दिया गया था. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आने वाले 4-5 दिनों तक मध्यम से तेज बारिश का सिलसिला देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद से ही दिल्ली में बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है.
यमुना नदी के जलस्तर में मामूली कमी के बावजूद दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति लगातार बरकरार है. जलस्तर 207.53 मीटर था, जो अभी भी खतरे के स्तर से 2.20 मीटर ऊपर है, लेकिन आंकड़े 208.35 से थोड़ा कम है. जो इलाके अभी भी जलमग्न हैं उनमें आईटीओ, राजघाट, आईएसबीटी और मथुरा रोड शामिल हैं. बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली में बाढ़ के विकराल हालात के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा दिल्ली में बाढ़ की स्थिति है लेकिन यहां से चंद किलोमीटर आगे नोएडा और गाजियाबाद पड़ते हैं जहां बाढ़ की कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही दुर्भायपूर्ण है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके राजनीतिक साथी आज दिनभर राहत कार्य करने की बजाए राजनीतिक बयानबाजी करते रहे और हरियाणा को दिल्ली की बाढ़ को दोषी बताने का प्रयास करते रहे हैं. सचदेवा ने कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक विपदा है पर वहीं दूसरी तरफ स्थानीय सरकार की तरफ से की गई व्यवस्था बाढ़ के प्रकोप को कम कर सकती है. दुर्भाग्यवश दिल्ली सरकार ने बाढ़ की स्थिति को विकराल होने से रोकने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए और आज स्थिति हाथ से निकलने के बाद अरविंद केजरीवाल सरकार बाढ़ की प्राकृतिक आपदा पर भी राजनीति खेल रही है. सचदेवा ने कहा है कि हथनी कुंड बैराज जहां से ज्यादा पानी दिल्ली की ओर छोड़ने का आरोप अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों ने हरियाणा सरकार पर लगाया है वो पूरी तरह गलत है, क्योंकि हरियाणा ने जो पानी छोड़ा है वो हथनी कुंड बैराज में पानी रोकने की तय सीमा से अधिक होने पर छोड़ा है. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के अलावा बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा और गौतम गंभीर भी दिल्ली के अलग-अलग बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद करते नजर आए. आम आदमी पार्टी राजनीतिक रोटियां तो सेंक रही है लेकिन जब बात लोगों के मदद करने की आती है तो पूरी तरह से खुद को किनारे कर लेती है.