अपने प्यार की तलाश में सीमा लांघकर भारत में अवैध तरीके से आने वाली सीमा हैदर को लेकर अब कई सवाल उठ रहे हैं. कुछ लोग उन्हें ऐसी लवर मान रहें हैं, जिसने सरहद की परवाह किए बिना अपने प्यार को पाने के लिए कानून तोड़ा है. तो कुछ लोग उसे पाकिस्तानी जासूस बता रहे हैं. इन सवालों का जवाब मिलना जरूरी है.

seema haidar

पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ भारत आईं सीमा हैदर की कहानी दोनों देशों में सुर्खियां बटोर रही हैं. सीमा ने सचिन से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है. अब उसी सीमा हैदर को लेकर ऑल इंडिया जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा है कि उसे पाकिस्तान भेज दिया जाना चाहिए. बरेलवी के मुताबिक सीमा को भारत भेजा जाना वहां की खुफिया एजेंसियों की गहरी चाल हो सकती है. मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रिज़वी बरेलवी ने कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई बहुत ख़तरनाक प्लानिंग बनाती रहती है. अक्सर उसका निशाना भारत रहता है. ISI हमेशा भारत को अस्थिर करने की साजिश रचती रहती है, ISI का काम तरह-तरह के हथकंडे इस्तेमाल करना, भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर घुसपैठ कराना और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां को अंजाम देना रहता है. बरेलवी ने कहा कि भारत सरकार को तुरंत सीमा को पाकिस्तान भेज देना चाहिए अगर उसे भारत में इसी तरह से रहने दिया गया तो संभव है पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI अपनी प्लानिंग में कामयाब हो सकती है .उन्होंने ये भी कहा कि सीमा के चारों बच्चे भले ही हिंदू रीति रिवाज में रहे लेकिन वो शरीयत के मुताबिक हैदर के ही बच्चे कहे जाएंगे. इसी के साथ ऑल इंडिया जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने ये भी कहा कि मुसलमानों को शरीयत के खिलाफ नहीं जाना चाहिए. हिंदुस्तान का मुसलमान वतनपरस्त है. वो हमेशा देश की सुरक्षा और भाईचारे की मजबूती की बात करता है. सीमा का भारत में रहना देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है.

अतीक अहमद हत्याकांड के 90 दिनों के अन्दर चार्जशीट दाखिल
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में प्रयागराज पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. एसआईटी ने मौके से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों, शूटर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. 56 पन्नों में आरोपपत्र दाखिल किया गया है और तकरीबन 2000 पन्ने की केस डायरी है. जिसमें दोनों की हत्या के मास्टर माइंड से लेकर तमाम बातों का जिक्र किया गया है. 14 जुलाई को तीनों आरोपी लवलेश, सनी और अरुण की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में तलब करने का आदेश दिया था, इससे एक दिन पहले ही एसआईटी ने अदालत में अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है.

अतीक-अशरफ की हत्या के 90 दिनों के अंदर ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. एसआईटी के अधिकारी ने बताया कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या जुर्म की दुनिया में अपना नाम कमाने के लिए की गई थी. इस हत्या का मास्टर माइंड हमीरपुर का रहने वाले सनी सिंह था. एसआईटी के मुताबिक सनी ने ही लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य को अतीक-अशरफ की हत्या के लिए उकसाया था. एसआईटी के मुताबिक किसी के बयान में कभी कोई विरोधाभास देखने को नहीं मिला है. एसआईटी ने तीनों हमलावरों के पड़ोसियों, रिश्तेदारों और दोस्तों के बयान लिए. इन बयानों के आधार पर आरोपपत्र में हमलावरों को ‘आक्रामक’ बताया गया है. कथित तौर पर हमलावरों के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के गोगी और सुंदर भाटी गिरोह जैसे आपराधिक गुटों से भी संबंध थे.

 

माफिया मुख़्तार अंसारी कि मदद करने वाले जेलर वीरेंद्र कुमार सस्पेंड
माफिया मुख्तार अंसारी की मदद करने के मामले में जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा पर गाज गिर गई है. सुल्तानपुर जेल में तैनात जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है. बांदा जेल में तैनाती के दौरान वीरेंद्र कुमार वर्मा मुख्तार अंसारी की मदद कर रहे थे. डीआईजी जेल प्रयागराज की जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने जेलर वीरेंद्र वर्मा को सस्पेंड किया है. आरोप है कि वीरेंद्र वर्मा जेल में अपनी ड्यूटी के दौरान मुख्तार अंसारी से मिलाई कराने और उसके लोगों के भेजी गई चीजों को पहुंचाते थे. माफिया मुख्तार अंसारी अप्रैल 2021 से बांदा जेल में बंद है. पिछले महीने मुख्तार अंसारी को वाराणसी की MP MLA कोर्ट ने 32 साल पुराने अवधेश राय हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. बांदा जेल के अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के मुताबिक वाराणसी में अवधेश राय हत्याकांड मामले में मुख्तार की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई गई. पेशी के दौरान दोषी करार होने के बाद मुख्तार अपना माथा पकड़ कर बैठ गया. टेंशन उसके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी.