समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान और उनके रिश्तेदार संकट में पड़ सकते हैं. बुधवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आज़म खान के ठिकानो पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज़ भी बरामद किये गए हैं.

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इनकम टैक्स विभाग को जानकारी मिली थी कि यूनिवर्सिटी बनाने के लिए 5000 करोड़ खर्च होने जा रहे हैं. इतनी बड़ी रकम कहां से आई इसकी जांच के लिए छापा पड़ा था. इनकम टैक्स की एक टीम आजम खान के रामपुर स्थित घर पर भी पहुंची है. किसी को भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है.

इस जगह पड़े Income Tax के छापे?

इस मामले में आयकर विभाग (Income Tax Department) ने आज़म खान के खिलाफ बुधवार को सुबह उनके 30 से अभी अधिक ठिकानो पर छापेमारी की. उनपर टैक्स चोरी का आरोप है. आयकर विभाग की टीम रामपुर, मेरठ, गाज़ियाबाद, सहारनपुर, लखनऊ, मुरादाबाद बरेली व बुलंदशहर आदि शहरों में जांच शुरू की है. ये छापेमारी जौहर ट्रस्ट को ले कर चल रही है जहां यूनिवर्सिटी बनाने और घोटाले के कई दस्तावेज़ मिले हैं.

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क्या है जौहर ट्रस्ट मामला?

जौहर ट्रस्ट की आड़ में समाजवादी पार्टी नेता मोहम्मद अली पर लोगों की संपत्ति को कब्ज़ा करने के गंभीर आरोप लगे हैं. और जौहर ट्रस्ट के प्रमुख हैं पूर्व मंत्री आज़म खान. आज़म खान पर 2019 में जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्ज़ा करने के आरोप में करीब 30 मामले दर्ज हैं. उस वर्ष प्रशासन ने उन्हें भूमाफिया घोषित कर दिया था. इस साल की शुरुआत में यूपी सरकार ने ट्रस्ट को एक रिसर्च इंस्टीट्यूट स्थापित करने के लिए रामपुर में दिए गए 3.24 एकड़ जमीन का पट्टा रद्द कर दिया. इसे रद्द इस लिए किया गया क्यूंकि रिसर्च इंस्टिट्यूट अभी तक नहीं बन पाया था. इस मामले में लखनऊ से ED की टीम ने कई बार आज़म खान से जांच पड़ताल कर चुकी है.