कांग्रेस नेता के इस बयान से विपक्षी गठबंधन में कोहराम मच गया है. जब से 26 दल एक साथ आए हैं. 26 दलों के मनमुटाव अब तक शांत नहीं हुए हैं. कांग्रेस की सोशल मीडिया हेड सुप्रिया श्रीनेत ने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने कांग्रेस को विपक्ष की धुरी बताया और छोटे मन वालों को गठबंधन से हटाने को कहा. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि विपक्ष की धुरी कांग्रेस पार्टी है जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक है. इंडिया गठबंधन देश को बचाने का काम कर रहा है. इस गठबंधन में जिसका छोटा मन और जिसकी महत्वाकांक्षा है, उस पर चर्चा होनी चाहिए और उसको हटाना चाहिए. श्रीनेत के इस बयान के बाद से ही इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि इंडिया से कई दलों को कांग्रेस बाहर निकाल सकती है.
मामले में सबसे चर्चित नाम तो आम आदमी पार्टी का है. पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर फिर से कई राज्यों में चुनावी मैदान में उतरकर कांग्रेस के लिए चुनौती खड़ी करदी. छत्तीसगढ़ जहां कांग्रेस की सरकार है. मध्यप्रदेश जहां कांग्रेस फिर से सत्ता वापसी के लिए जतन कर रही है. दोनों ही राज्यों में आम आदमी पार्टी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है.
और केजरीवाल की गारंटी लॉन्च करके कांग्रेस का खेल खराब करने की तैयारी करली है. इसके अलावा बिहार में आम आदमी पार्टी ने 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना दोनों का ही शरद पवार पर से भरोसा डगमगाने लगा. इन सभी हालातों के बीच शरद पवार के हाल के बयान ने सभी को चौंका दिया. जब उन्होंने अजित पवार के इतने बड़े धोखे के बाद भी उन्हें अपनी ही पार्टी का हिस्सा बताया और उनकी बगावत को लोकतांत्रिक करार दिया.
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीजेपी के साथ जाने को लेकर आए दिन चर्चाएं चलती रहती हैं. कभी बीजेपी के सहयोगी नेता और मंत्री जयंत चौधरी को लेकर दावा करते हैं तो कभी जयंत चौधरी खुद ‘खिचड़ी, पुलाव, बिरयानी जो पसंद है खाओ, वैसे चावल खाने ही हैं तो खीर खाओ’ जैसे बयान देकर बीजेपी से गठबंधन के कयासों को हवा दे देते हैं. जयंत चौधरी समय समय पर कुछ ऐसा कर देते हैं, जिससे तमाम तरह की चर्चाएं होने लगती हैं.
पिनाराई विजयन बार-बार ‘बीजेपी-कांग्रेस गुप्त समझौता’ की बातें करते हुए देश की सबसे पुरानी सियासी पार्टी पर निशाना साधते रहते हैं. कभी कांग्रेस के नेता पिनरई विजयन पर केरल में विपक्ष को धमकाने का आरोप लगाते हैं. तो कभी सीपीआई के नेताओं के आरोपों पर कांग्रेस नेता मानहानि का केस करने की धमकी देते दिखाई देते हैं.