केंद्र की ओर से बुलाया गया विशेष सत्र विपक्षी दलों से हजम नहीं हो पा रहा है. विपक्षी दल लगातार केंद्र के एजेंडे का पता लगाने में लगे हैं. सोनिया गांधी भी इस मामले मे एजेंडा बताने की मांग करते हुए पीएम मोदी को पत्र लिख चुकी है. और विपक्ष की ओर से 9 मुद्दों पर चर्चा की भी मांग की जा चुकी है.
जिसमें महंगाई, एमएसएमई, बेरोजगारी, किसानों की मांग, अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग, जातीय जनगणना, केंद्र-राज्य संबंध, चीन बॉर्डर और सामाजिक सद्भाव शामिल हैं. भारत में G20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद अब सभी की निगाहें 18 सितंबर से होने वाले संसद के विशेष सत्र पर हैं.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जी20 के आयोजन से पहले इस विशेष एजेंडे को लेकर जानकारी दी थी और बताया था कि सत्र 18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा और अमृतकाल के समय में होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने संभावना जताई थी. हालांकि, संविधान का नियम साफ कहता है कि संसद सत्र को बुलाने की सूचना 15 दिन पहले देनी होती है. हालांकि, संसद सत्र से पहले एजेंडा बताना अनिवार्य नहीं होता है.
संसदीय परंपरा के तहत सरकार संसद की बैठक के एक दिन पहले बुलेटिन जारी कर एजेंडा की जानकारी देती है. सरकार के पास अधिकार होता है कि वह पहले से तय एजेंडा को भी बदल सकती है. ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन की प्रमुख पार्टी डीएमके के नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है जिसके बाद से बीजेपी हमलावर है.
संसद के विशेष सत्र में बदल जाएगा ड्रेस कोड
संसद के विशेष सत्र का आयोजन 18 सितंबर को पूरानी संसद में होगा. लेकिन 19 सितंबर आते ही गणेश चतुर्थी के मौके पर इस सत्र को नई संसद में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इससे पहले 17 सितंबर को नई संसद पर तिरंगा फहराया जाएगा. फिर विश्वकर्मा पूजा है. भगवान विश्वकर्मा को सृजन के देवता के साथ-साथ दुनिया का पहला शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर माना जाता है. एक दिलचस्प बात ये भी है कि इसी दिन पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है.
संसद की कार्यवाही के पुराने से नए भवन में शिफ्ट होने की इस यात्रा के साथ ही ये विशेष सत्र कर्मचारियों की ड्रेस में बदलाव का भी गवाह बन सकता है. इस दौरान संसद भवन के स्टाफ की पोशाक भी बदली नजर आएगी. जिसमें मेल से लेकर फीमेल स्टाफ, मार्शल, ड्राइवर सभी नई की ड्रेस को बदल दिया गया है. संसद भवन के कर्मचारियों के लिए नई पोशाक डिजाइन की गई है. ये पोशाक नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी यानी NIFT ने डिजाइन की है.