2023 के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक उठापटक शुरू हो चुकी है क्योंकि अब विधानसभा चुनावों को लेकर ज्यादा वक्त भी नहीं बचा है. सबसे ज्यादा दिलचस्प चुनाव माहौल इस बार राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में देखने को मिलने वाला है. इन्हीं राज्यों में चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस बीजेपी ने कमर कस ली है. मध्यप्रदेश में प्रियंका गांधी के जाने से पहले ही उनके लिए बुरी खबर सामने आ गई.

kamalnath

कमलनाथ ‘गद्दार’ के पोस्टर ग्वालियर में लगे हुए नजए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में कमलनाथ गद्दार के पोस्टर चर्चा का विषय बन गए हैं. ये पोस्टर वॉर उसी दिन शुरू हुई जिस दिन प्रियंका गांधी का ग्वालियर दौरा था. उनके आने से पहले ग्वालियर में जगह-जगह कमलनाथ के फोटो के साथ गद्दार लिखे हुए पोस्टर लगे दिखाई दिए.

ग्वालियर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ है. इसी गढ़ से चुनावी हुंकार की शुरुआत करने के लिए प्रियंका गांधी ग्वालियर पहुंच रही और यहां वो मेला मैदान में एक जन आक्रोश सभा को संबोधित करने वाली थी लेकिन पहले ही अपशगुन होना शुरू हो गया.

इन पोस्टरों को देखकर हड़कंप मचा हुआ है. एक तरफ जहां सिंधिया को कांग्रेस लगातार गद्दार कहकर संबोधित कर रही है. बीजेपी ने कमलनाथ पर आरोप लगाया है कि न्यूक्लियर टेस्ट की जानकारी उन्होंने अमेरिका को दी थी.

कमलनाथ पर आरोप

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाया कि कमलनाथ की छवि खराब हुई है, चाहे वह 1984 के सिख विरोधी दंगे हों या ये खतरनाक खुलासा कि उन्होंने देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया.  उन्हें स्पष्टीकरण के साथ आगे आने होगा, वो कई बार केंद्रीय मंत्री रहे हैं. पूर्व सीएम हैं और वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर हैं, उन्होंने दोबारा सीएम बनने का दावा किया है. उनके खिलाफ आरोप गंभीर है, उन्हें और कांग्रेस पार्टी को स्पष्टीकरण देने की जरूरत है.

कमलनाथ पर बहुत गंभीर आरोप लग चुके हैं. उस वक्त भी पूर्व सीएम कमलनाथ चर्चाओं में आए थे जब उन पर इस्‍तीफा देने के 15 मिनट पहले 63 करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगा था. उस वक्त भी कांग्रेस बुरी तरह से घिर गई थी. लेकिन जो आरोप कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाए सीएम शिवराज ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कांग्रेस सरकार के मुखिया कमल नाथ पर भ्रष्टाचार का लोकव्यापीकरण करने के आरोप लगाए.

शिवराज ने कहा कि जब आपकी (कमल नाथ) सरकार जा रही थी, उस समय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल देने के लिए इस्तीफा देने से 15 मिनिट पहले 63 करोड़ रुपए का मोबाइल घोटाला कर डाला.

इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने कहा कि हमने मध्य प्रदेश से डकैतों का सफाया किया. एक साल में 6-6 नक्सली मारे गए, सिमी के नेटवर्क को हमने ध्वस्त किया. 2020 से लेकर अब तक भू-माफियाओं से 23 हजार एकड़ भूमि मुक्त कराई गई. हमने गुंडों, माफियाओं, दबंगों और जनता की जिंदगी से खेलने वालों पर लगातार कार्रवाइयां कीं, पेसा के नियमों में जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय भाईबहनों के अधिकार बढ़ाए, रेत की खदान, मिट्टी की खदान, गौण खनिज अगर होगी तो उस पर पहला अधिकार जनजातीय समिति का होगा. कांग्रेस की सरकार में पूरी शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने का अपराध हुआ था, 500 रुपए गुरुजी, शिक्षाकर्मी आपने रखे, अपने बच्चों के भविष्य को चौपट और बर्बाद करने का पाप किया. आज वही शिक्षाकर्मी को हमारी सरकार ने अध्यापक बनाया, 35, 40,45 हजार रुपया उनको सैलरी मिल रही है.

विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की रणनीति से कांग्रेस की रणनीति की तुलना करें तो कांग्रेस बीजेपी के सामने कहीं पर भी नहीं टिकती हुई दिखाई दे रही है लेकिन कांग्रेस को एक के बाद एक झटके जरूर लग रहे हैं.