साहिबाबाद स्थित बीईएल गेस्ट हाउस में भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (बीईएल) के अधिकारियों से जुड़ी एक आंतरिक जांच की कार्यवाही चल रही थी. उक्त कार्यवाही बीईएल के तीन अधिकारियों-मन मोहन पांडे, आर.के. गोयल, और सुमित कृष्णा- जिन्होंने एक जांच रिपोर्ट तैयार की थी, जिसने संवेदनशील एकीकृत वायु कमान और नियंत्रण प्रणाली (आईएसीसीएस) साइटों के निर्माण के लिए अनुबंध देने के दौरान हुए कथित घोटाले को उजागर किया था और बीईएल के शीर्ष अधिकारियों पर सांठगांठ का आरोप लगाया था। निजी कंपनियों के साथ। सीबीआई ने पिछले महीने इस कथित घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की थी।