इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है. इसी बीच केंद्रीय आलाकमान ने बड़ा ऐलान किया है. बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का चुनावी घोषणापत्र बनाने की अहम जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को सौंपी है.

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इसके साथ ही पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक घोषित कर दिया है .हालांकि, इन सब ऐलानों के बीच अभी तक वसुंधरा राजे की भूमिका को लेकर स्थिति साफ़ नहीं की गई है. बीजेपी ने जहां राजस्थान के कई नेताओं को अहन जिम्मेदारी सौंपी है. वसुंधरा राजे को लेकर वेट एंड वॉच की स्थिति बनी हुई है.

अलका लांबा के बयान पर भड़के आप नेता

दिल्ली कांग्रेस नेताओं संग बैठक के बाद कांग्रेस नेता अलका लांबा के बयान से आम आदमी पार्टी में खलबली मच गई. लाबां के बयान के मुताबिक कांग्रेस दिल्ली की सभी सतों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ये बात सुनकर आप के विधायक कांग्रेस नेताओं पर भड़क गए.

आप नेताओं  की ओर से साफ कर दिया गया कि अगर कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ना है तो फिर विपक्षी गठबंधन का कोई मतलब नहीं है. ऐसे में आप कांग्रेस में मचे घमासान के बाद गठबंधन इंडिया में दरार की खबरे सामने आने लगी और मामले को बिड़ता देखा कांग्रेस की ओर से सफाई देते हुए अलका लांबा के बयान का खंडन किया गया.

अजित पवार से सीक्रेट मीटिंग पर बवाल के बीच शरद पवार का नया दांव

अजित पवार के साथ सीक्रेट मीटिंग पर बवाल के बाद जब कांग्रेस और उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाए तो एनसीपी चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र के दौरे की घोषणा करदी. आज से पवार महाराष्ट्र की यात्रा पर हैं. उन्होंने आज बीड में जनसभा भी संबोधित किया.

sharad pawar and ajit meet

शरद पवार की रणनीति बागी विधायकों के क्षेत्रों में जाकर शक्ति प्रदर्शन करने की है. इसके लिए सबसे पहले उन्होंने मराठवाड़ा का बीड इलाका चुना. यह अजित पवार खेमे में शामिल धनंजय मुंडे का विधानसभा क्षेत्र है. मुंडे एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री भी हैं. माना जा रहा है कि बीड से शरद पवार बागियों पर निशाना साध सकते हैं.

मुंबई मीटिंग से पहले नीतीश के दिल्ली दौरे से मची खलबली

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं. कल दिल्ली पुहंचने पर नीतीश ने ‘अटल समाधि स्थल’ पर जाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की.

कहा जा रहा था कि दिल्ली में नीतीश अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत कई अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात करेंगे. लेकिन उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की. ऐसे में विपक्षी गठबंधन इंडिया की मुंबई में तीसरी बैठक से पहले नीतीश के इस शांति दौरे पर कई सवाल उठ रहे हैं.