अब दिल्ली सीएम के हाथ से अफसरशाही को नियंत्रित करने वाले सारे अधिकार छीनकर एलजी को दे दिए गए हैं. और अब ऑफिशियली एलजी ही देल्ली के बॉस कहलाए जाएंगे. अरविंद केजरीवाल को हर एक फैसले के लिए एलजी की मंजूरी लेना जरूरी होगा.

chaddha kejriwal

सौरभ भारद्वाज का बयान

दिल्ली सर्विसेज बिल के कानून बनने के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज को उम्मीद है कि ये कानून जल्द ही कोर्ट की ओर से खत्म कर दिया जाएगा. भारद्वाज का कहना है कि कई बार ऐसा हुआ है कि सरकार ने संविधान की मूल भावना के खिलाफ कानून पारित किया और सुप्रीम कोर्ट ने उसे पलट दिया.

सारे अधिकार दिल्ली में एलजी के हाथों में आने पर भारद्वाज ने कहा है की जब यह मामला अदालत में आता है, तो अदालत इस कानून को पलट देंगी और संविधान को लागू किया जाएगा. तब तक अराजकता रहेगी. एलजी मनमाने ढंग से सरकार चलाएंगे और जनता का काम रोक देंगे.

जल बोर्ड को ठप्प करने की कोशिश करेंगे, पेशनों को ठप्प करने की कोशिश होगी, अस्पताल को ठप्प करने की कोशिश होगी, उनके अफसरों के द्वारा ठप्प करने की कोशिश की जाएगी. वो उन अफसरों पर कार्रवाई भी नहीं करेंगे. ये दिल्ली के लिए बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण होने वाला है.

atishi saurabh bhardwaj

इससे पहले भारद्वाज ने दिल्ली सेवा विधेयक को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा गया था बीजेपी द्वारा भारत की बुनियाद को हिलाया जा रहा है. अब ऐसे ही कानून-कानून खेलते रहेंगे, और देश को पीछे ढकेलते रहेंगे, ऐसे देश चलता है क्या?

दुनिया भर के नेता आपके बारे में क्या राय बना रहे हैं, ये सोचिए. किस बात के विश्वगुरु बनने वाले हैं? आपको अपने न्यायाधीश पर भरोसा नहीं. 5–8 साल सुप्रील कोर्ट वकीलों को सुनता है, दिल्ली के हक में फैसला आता है, आप कानून लाकर फैसला पलट देते हो.