क्या जज की निजी राय भी न्यायिक आचरण का उल्लंघन मानी जाएगी?
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार किसी फैसले को लेकर नहीं, बल्कि अपने एक सार्वजनिक भाषण को लेकर। 8 दिसंबर 2024 को प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद के मंच से दिए गए उनके विचारों ने देश में एक नई बहस को जन्म दिया है—क्या […]
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