लोकसभा के बाद अब बिल राज्यसभा में भी पास हो गया. राज्यसभा में बिल पर फैसला होने से पहले ही कांग्रेस पार्टी में दो हिस्से हो गए हैं. एक तरफ मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी केजरीवाल को समर्थन देकर विपक्षी एकता को बचाने में लगे हैं. औऱ दूसरी तरफ कांग्रेस के ही नेताओं की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है.
संदीप दीक्षित का बयान
संदीप दीक्षित ने इस विधेयक का समर्थन करते हुए कहा है की ‘ये विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है, क्योंकि वहां सरकार के पास बहुमत है. ये विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा, हालांकि सरकार के पास यहां बहुमत नहीं है, लेकिन लोकसभा की तरह अगर कुछ अन्य दल इस विधेयक का समर्थन करेंगे तो यह पारित हो जाएगा’.
कांग्रेस नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने दिल्ली सर्विस बिल पर पार्टी की विचारधारा से अलग पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह से केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को बेवकूफ बनाया, उसी तरह वो I.N.D.I.A और पूरे देश को बेवकूफ बना रहे हैं’.
संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के INDIA गठबंधन में शामिल होने पर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि ‘जंगल में जहां शेर और हाथी रहते हैं, वहां ‘गीदड़’ भी मौजूद होते हैं. मैं उनकी (आप) तुलना ‘गीदड़’ से भी नहीं करूंगा क्योंकि उनमें भी कुछ गुण होते हैं’.
दिल्ली में शिला दीक्षित की सरकार गिराना हो या फिर राजीव गांधी को मिले भारत रत्न को वापस लेने पर प्रस्ताव पास करना हो. हर मामले में केजरीवाल कांग्रेस की इज्जत की धज्जियां उड़ाते दिखाई दिए हैं. आज उस बेइज्जती को भूल कर कांग्रेस उसी आम आदमी पार्टी के साथ दोस्ती करने को मजबूर है.