प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक बैठक में मौजूद मंत्रियों से कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों का उचित जवाब दिया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष की बेचैनी दिख रही है और कहा, ”विपक्ष को हमारा संविधान पढ़ने की जरूरत है.” उन्होंने कहा कि विपक्ष सनातन के अपमान से हो रहे नुकसान से बचने के लिए विवाद खड़ा कर रहा है.

पीएम मोदी ने डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की ‘सनातन धर्म’ टिप्पणी पर बढ़ते विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. 6 सितंबर को मंत्रिपरिषद में बोलते हुए, पीएम ने कहा कि स्टालिन की टिप्पणी का उचित उत्तर दिया जाना चाहिए. पीएम के हवाले से कहा गया है, “इतिहास में न जाएं, बल्कि संविधान के अनुसार तथ्यों पर टिके रहें!

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साथ ही बोलें” मुद्दे की समसामयिक स्थिति के बारे में”. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को ऐसी किसी भी चीज़ पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हों और वह सनातन धर्म का सम्मान करती हैं.