ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार प्रधानमंत्री तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए हैं। इस दौरे की शुरुआत साइप्रस से हुई है, जिसके बाद वे कनाडा और फिर क्रोएशिया जाएंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पीएम मोदी 15-16 जून को साइप्रस, 16-17 जून को कनाडा (G-7 समिट में भाग लेने) और 18 जून को क्रोएशिया में रहेंगे। 19 जून को वे भारत लौट आएंगे।
इस दौरे को तुर्किये को एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किये ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था। साथ ही, तुर्किये और साइप्रस के बीच 1974 से दुश्मनी चली आ रही है और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध तक नहीं हैं।
प्लेन क्रैश की जांच, तुर्की का इनकार और पाकिस्तान का पर्दाफाश
अब बात अहमदाबाद विमान हादसे की। इस हादसे की जांच अब और तेज़ हो गई है। एनएसजी और एनआईए की टीमों के साथ पीएमओ की उच्चस्तरीय टीम भी अहमदाबाद पहुंची है। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा के नेतृत्व में यह टीम राहत, बचाव और जांच कार्यों की निगरानी कर रही है। तीन दिन की जांच के बाद पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के शव की पहचान डीएनए टेस्ट से हुई है। उनका अंतिम संस्कार कल राजकोट में होगा।
हादसे के बाद तुर्की पर आरोप लगे कि इस विमान की मेंटेनेंस तुर्की की एजेंसी ने की थी। बाबा रामदेव ने भी इस ओर इशारा किया, लेकिन तुर्की टेक्निक ने इन दावों को खारिज कर दिया और साफ किया कि उन्होंने इस विमान की सर्विसिंग नहीं की थी। इस बयान के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है।
वहीं, पाकिस्तान के फील्ड मार्शल जनरल असीम मुनीर को लेकर फैली अफवाह भी बेनकाब हो गई। कहा गया था कि उन्हें अमेरिकी सैन्य परेड में विशेष अतिथि बनाया गया है, लेकिन व्हाइट हाउस ने इन खबरों को पूरी तरह झूठा बताया और स्पष्ट किया कि किसी भी विदेशी सैन्य अधिकारी को आमंत्रित नहीं किया गया था।
ट्रंप की चेतावनी और ईरान-इज़राइल के बीच बढ़ता तनाव
अंत में बात पश्चिम एशिया की। ईरान और इज़राइल के बीच सैन्य तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इज़राइल ने तेहरान में रक्षा मंत्रालय और परमाणु स्थलों पर हमले का दावा किया है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने अमेरिका पर हमला किया, तो ऐसा जवाब मिलेगा जो पहले कभी नहीं देखा गया होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका दोनों देशों के बीच समझौता करवा सकता है।