मणिपुर में ढाई महिने से हिंसा जारी है. हिंसा ने इतना भयावह रुप ले लिया है की बात महिलाओं के इज्जत और आबरू तक पहुंच गई है. मणिपुर में महिलाओं के साथ हैवानियत की बहुत ही डरावनी तस्वीर सामने आई है. दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराए जाने और यौन उत्पीड़न का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में आक्रोश देखने को मिल रहा है.
देश में तमाम विपक्षी दल इस घटना को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को घेर रहे हैं. अलग-अलग नेताओं के बयान सामने आ रहे है. इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और उन्होंने कहा है कि ये घटना बीजेपी और उनकी सरकार को शर्मसार करने देने वाली है. बसपा सुप्रीमो ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या अब भी वो ऐसे मुख्यमंत्री को सरंक्षण देती रहेगी. मणिपुर की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘मणिपुर में अनवरत जारी हिंसा व तनाव से पूरा देश चिन्तित है और महिला के साथ अभद्रता की ताजा घटना खासकर भाजपा व उनकी सरकार को शर्मसार करने वाली है’. घटना को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी का भी बयान सामने आया है जिसमे घटना को लेकर दोनों ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने इसे सभ्यता का चीरहरण बताया तो वहीं जयंत चौधरी ने इस घटना को भयावह बताया
सुप्रीम कोर्ट ने भी अब इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है. कोर्ट ने इस घटना पर केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है और समय रहते कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इस मामले पर अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी. मणिपुर में बीते ढाई महीने से भी अधिक समय से हिंसा जारी है. इस हिंसा में दो समुदाय कुकी और मैतेई शामिल हैं. ये वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है. जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पुरुषों की भीड़ उनकी परेड कराते हुए दिख रही है. इस दौरान उनके साथ बेहद हैवानियत वाला व्यवहार किया जाता है.