संसद का मॉनसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हो गया है, लेकिन इससे एक दिन पहले ही देश की सियासत गरमा गई है। All Party Meeting में विपक्ष के हंगामे और AAP सांसद संजय सिंह के वॉकआउट से माहौल तनावपूर्ण हो गया। वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उधर कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार के बीच तनातनी खुलकर सामने आ गई है। इस बीच पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ ने अब तक 200 से अधिक लोगों की जान ले ली है।

संसद सत्र से पहले All Party Meeting में विवाद

संसद के मॉनसून सत्र से पहले शनिवार को संसद भवन में हुई All Party Meeting में विपक्षी दलों ने तीखा रुख अपनाया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने की, जिसमें संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। सरकार का प्रयास था कि सत्र शांतिपूर्ण ढंग से चले, लेकिन बैठक के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह बीच में ही बैठक छोड़कर चले गए। कांग्रेस ने बैठक में ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमले और ‘SIR’ नामक रक्षा प्रणाली से जुड़े सवाल उठाए।

राहुल गांधी का ट्रंप वीडियो पर सवाल, बीजेपी का पलटवार

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो साझा किया, जिसमें भारत-पाकिस्तान संघर्ष में पांच लड़ाकू विमानों के गिरने का जिक्र है। इस पर राहुल गांधी ने पूछा, “मोदी जी, देश को सच बताइए, ये पांच जहाज किसके थे?” इसके जवाब में बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल पर देशविरोधी मानसिकता का आरोप लगाया और कहा कि ट्रंप ने भारत का नाम तक नहीं लिया, फिर राहुल ने उसे भारत से क्यों जोड़ दिया?

कर्नाटक में कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं में तनातनी

कर्नाटक के मंगलुरु में हुए ‘साधना समवेश’ कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच राजनीतिक खींचतान खुलकर सामने आ गई। एक नेता के सुझाव पर शिवकुमार का नाम लेने से सिद्दारमैया ने इंकार करते हुए कहा कि “हम केवल मंच पर मौजूद लोगों का स्वागत कर सकते हैं, जो घर में हैं, उनका नहीं।” इसके बाद शिवकुमार ने मंच ही छोड़ दिया।

पाकिस्तान में बाढ़ से भारी तबाही, 200 से ज्यादा की मौत

पड़ोसी देश पाकिस्तान में लगातार बारिश और बाढ़ से हालात बेहद खराब हो गए हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 100 बच्चे शामिल हैं। सबसे ज्यादा मौतें पंजाब (123) और खैबर पख्तूनख्वा (40) में दर्ज की गई हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

संसद के मॉनसून सत्र से ठीक पहले देश और पड़ोसी क्षेत्र में सियासी और मानवीय संकट दोनों ही चरम पर हैं। जहां एक ओर संसद में गहमागहमी तय दिख रही है, वहीं विपक्ष के सवाल और क्षेत्रीय असहमति इस सत्र को चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं। अब निगाहें सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित बड़े ऐलान और सत्र की शुरुआत पर टिकी हैं।