13 जून को शुरू हुई ईरान और इजरायल के बीच जंग अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। इजरायल ने दावा किया है कि उसने सिर्फ एक दिन में सैकड़ों टारगेट को ध्वस्त कर दिया है। इन हमलों में ईरान को भारी नुकसान पहुंचा है, विशेष रूप से उसके परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों ने बड़ी तबाही मचाई है।

इजरायली लड़ाकू विमानों ने उत्तरी ईरान में तेहरान से करीब 325 किलोमीटर दूर स्थित जांजन शहर में एक सैन्य अड्डे को निशाना बनाते हुए बमबारी की है। इस हमले के बाद सामने आए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आग और घना धुआं कई किलोमीटर दूर से नजर आ रहा है। यह जानकारी ब्रिटेन के मीडिया आउटलेट ‘ईरान इंटरनेशनल’ द्वारा दी गई है। इजरायल की इन कार्रवाईयों से यह साफ संकेत मिल रहा है कि वह ईरान की सैन्य ताकत को कमजोर करने के इरादे से बड़े पैमाने पर हमले कर रहा है।

परमाणु बम और पाकिस्तान का समर्थन

इजरायली हमलों के जवाब में ईरान ने भी अब खुलकर परमाणु हमले की धमकी दे दी है। ईरान का कहना है कि अगर इजरायल ने उसके खिलाफ परमाणु हमला किया, तो जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान भी इजरायल पर परमाणु हमला करेगा। ईरान की इस चेतावनी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई चिंता खड़ी कर दी है।

इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के जनरल और ईरानी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसेन रेजाई ने सार्वजनिक रूप से इजरायल को चेतावनी दी है कि अगर सीमा पार की गई, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। इस बयान ने वैश्विक समुदाय को चौंका दिया है और अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह जंग परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रही है?

क्या पाकिस्तान और ईरान इजरायल का सामना कर पाएंगे?

इस पूरे घटनाक्रम के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या पाकिस्तान और ईरान इजरायल की सैन्य शक्ति के सामने टिक पाएंगे? इस विषय पर बहस और विश्लेषण जारी है।