कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है की 11 अगस्त तक के मानसून सत्र में सभी राज्य सभा सांसदों को मौजूद रहना है. दिल्ली सर्विसेज बिल कभी भी राज्यसभा में पेश किया जा सकता है.
ऐसा माना जा रहा है की कुछ कांग्रेस के सांसद कांग्रेस को छोड़ सकते हैं. इसमें सबसे पहले आते हैं संदीप दीक्षित, जो पूर्व दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र हैं. उन्होंने बार-बार कहा है की दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन मतलब दिल्ली कांग्रेस का खात्मा.
संदीप दीक्षित ने यह भी कहा की दिल्ली सर्विसेज बिल में कुछ भी विरोध करने वाला नहीं है और कांग्रेस को इसका विरोध नहीं करना चाहिए. कांग्रेस के दिल्ली प्रमुख, अजय माकन भी अरविंद केजरीवाल से कुछ ज्यादा खुश नहीं रहते और उन्हें घेरते रहते हैं.
पंजाब में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी कुछ ज्यादा खुश नहीं हैं कांग्रेस से. चन्नी किसी भी कांग्रेस मीटिंग का हिस्सा नहीं बन रहे हैं. वह पार्टी कब और कैसे छोड़ेंगे यह देखने की बात है.
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