पुलिस ने न्यूज क्लिक से जुड़े कई पत्रकारों के घरों पर छापा मारा, बहुतों को हिरासत में लिया. मामला पत्रकारों और खासकर वामपंथी मीडिया गिरोह से जुड़ा है, इसलिए सोशल मीडिया पर इसे ‘प्रेस की स्वतंत्रता’ से जोड़कर रायता फैलाया जा रहा है. राजदीप सरदेसाई जैसे बड़े और उम्रदराज पत्रकार तो यहाँ तक सवाल करने लग गए कि पत्रकारों/लेखकों के घरों में जो छापेमारी की गई, उनके मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए गए, उसको लेकर पुलिस के पास कोई वॉरंट या एफआईआर तक नहीं था.

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पुलिस की छापेमारी जैसी रोजमर्रा की खबर को राजदीप ने लोकतंत्र से जोड़ते हुए पूछ डाला कि – पत्रकार कबसे राज्य के दुश्मन बन गए?” इसके अलावा एक चीन के एक्स कर्मचारी ने ऐसे ऐसे खुलासे किए हैं जिससे उन पत्रकारों की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं जिन पर कार्रवाई हुई है.

दरअसल दिल्ली पुलिस ने वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशन पर रेड की है. पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है. इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश और परंजॉय गुहा ठाकुरता शामिल हैं. इस बीच मुंबई में एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के घर भी मुंबई पुलिस की एक टीम पहुंची है.

मुंबई में तीस्ता सीतलवाड़ के घर की तलाशी ली गई. दिल्ली पुलिस ने ये कार्रवाई UAPA के तहत की है. 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था. वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ ही दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग करते हैं.

इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. उर्मिलेश, अभिसार सहित कई पत्रकारों को लम्बे समय तक जेल में रखा जा सकता है. इनके खिलाफ IPC की धारा 153 (ए) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के साथ-साथ यूएपीए की कई धाराएं (13, 16, 17, 18 और 22) भी लगाई गईं.

धारा 16- आंतकी मामलों से जुड़ी, धारा 17- आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग जुटाना, धारा 18- षड्यंत्र की सजा, धारा 22 सी- कंपनियों की तरफ से किए गए अपराध की सजा है. वहीं दूसरी तरफ राजदीप सरदेसाई जैसे बड़े और उम्रदराज पत्रकार News Click से जुड़े पत्रकारों के घरों की तलाशी, उनके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त करने के मामले में एफआईआर की मांग कर रहे हैं कि पुलिस के पास कोई एफआईआर नहीं है.

तीस्ता सीतलवाड़ के घर मुंबई पुलिस पहुंची, कार्रवाई की डिटेल नहीं

सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पर भी पुलिस पहुंची है. तीस्ता न्यूजक्लिक वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखती रही हैं. हालांकि, पुलिस ने अब तक इस केस से तीस्ता के कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा है. तीस्ता को गुजरात दंगों से जुड़े एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जमानत दी थी. उन्हें पिछले साल 25 जून को गिरफ्तार किया गया था.

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जिन पत्रकारों के यहां छापा मारा गया, उनमें प्रमुख रूप से प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, परंजॉय गुहा ठाकुरता, ऑनिंदो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा और सोहेल हाशमी हैं. कहा जा रहा है कि ये सभी न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं. अभिसार शर्मा नोएडा और उर्मिलेश गाजियाबाद में रहते हैं. इनमें से कई पत्रकारों ने ट्वीट कर बताया है कि पुलिस ने उनके घरों में रेड डाली है और उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं.

हाईकोर्ट ने पुरकायस्थ की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी

इससे पहले, 22 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूजक्लिक के एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ को नोटिस दिया था. ये नोटिस दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (EOW) की याचिका पर दिया गया था. पुलिस ने याचिका में कोर्ट के अंतरिम आदेश को वापस लेने की अपील की थी, जिसमें न्यूज साइट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने पर रोक लगाई गई थी.

दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट ने 7 जुलाई 2021 को प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार न करने का आदेश दिया था. हालांकि, कोर्ट ने कहा था कि पुरकायस्थ को अधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक जांच में सहयोग करना होगा. दिल्ली पुलिस की याचिका के बाद कोर्ट ने पुरकायस्थ से इस मामले में जवाब तलब किया था.