दिल्ली सरकार के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने PWD से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार को किए गए टाइप-6 बंगले का आवंटन रद्द करने का निर्देश दिया है. दिल्ली सरकार विजिलेंस विभाग की ओर से पीडब्लूडी के प्रधान सचिव को एक पत्र लिखा गया है.

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जिसमें विभव कुमार को बंगले का आवंटन में ‘‘मौजूदा नियमों’’ की अनदेखी हुई है.  वह वर्तमान में उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में टाइप-6 बंगले में रह रहे हैं. नियमानुसार उनको टाइप-6 का बंगला नहीं मिलना चाहिए था. निदेशालय ने पीडब्ल्यूडी से कुमार के टाइप-6 बंगले का आवंटन रद्द करने तथा उन्हें इसके बजाए कोई टाइप-4 फ्लैट आवंटित करने को कहा है.

विभव कुमार को मिले इस आलीशान बंगले को विजिलेंस की तरफ से दिल्ली अलॉटमेंट ऑफ गवर्नमेंट रेजिडेंस, जनरल हाउजिंग पूलनियमों का उल्लंघन बताया गया है.  कुमार को टाइप-6 बंगला दिया गया, जबकि वो टाइप-4 बंगला पाने के हकदार हैं. सतर्कता निदेशालय की ओर से लिए गए लेटर के मुताबिक विभव कुमार को पहले टाइप-5 बंगला दिया गया था. लेकिन केजरीवाल की महबानी इतनी थी कि बाद में उन्हें टाइप-6 बंगला दे दिया गया.

नीजि सचिव को मिला टाइप-5 का बंगला अलॉटमेंट रूल्स के रूल 20 डी के मुताबिक नहीं था. हैरानी की बात तो ये है कि टाइप 5 का बंगला पहले तो नियमों के उंल्लघन के चलते दिया गया. लेकिन इसके बाद  भी pwd के सचिव ने 18 अगस्त 2016 को और बड़ा बंगला देने के लिए यानी टाइप 6 का बंगला देने की मंजूरी मांगी थी. केजरीवाल के निजी सचिव विभव को 33 शामनाथ मार्ग आवास अवंटित किया गया था.

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और ये बंगला उस वक्त अलॉट किया गया था जब PWD विभाग सत्येंद्र जैन के पास था. ये केजरीवाल के वो नेता है जो हाल में मेडिकल कारणों के चलते जमानत पर रिहा किए गए. इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में लंबे समय से जेल रहे थे. खुद केजरीवाल भी सत्ता में आने से पहले बड़ी बडी बाते करते थे कि उन्हें ना बंगला चाहिए ना गाड़ी चाहिए ना ही किसी तरह की सुरक्षा चाहिए. लेकिन ऐज उनके पास आलीशान बंगला भी है.

केजरीवाल के 45 करोड़ के बंगले का मामला अब भी शांत नहीं हुआ है. 45 करोड़ का आलीशान बंगला अरविंद केजरीवाल ने अवैध तरीके से बनवाया. बंगला बनवाने के लिए जितनी रकम मांगी गई थी. आम आदमी के भेस में केजरिवाल ने शीशमहल खड़ा कर दिया. जिसमें 8-8 लाख के पर्दे लगवाए गए. 15 लाख का एयरकंडीशंड बाथरूम बनवाया गया. वियतनाम से करोड़ा का मार्बल मंगवाया गया.