केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर तीसरे दिन की चर्चा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा, जिस पर सदन में हंगामा हो गया.

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कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को प्रधानमंत्री पर हमला करने और मंत्रियों को परेशान करने के आरोप में लोकसभा सदन से निलंबित कर दिया गया. मामला विशेषाधिकार समिति को भेजा जायेगा.

क्या है मामला?

मणिपुर के मुद्दे को अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में उठाया था. उन्होंने बताया की pm मोदी ने मणिपुर मुद्दे पर चुप्पी साध राखी थी और अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था विपक्ष के पास. अधीर रंजन चौधरी ने महाभारत का ज़िक्र करते हुए कहा की द्रौपदी का चीरहरण वही होता है जहाँ राजा अँधा होता है.

अधीर रंजन चौधरी ने अपने भाषण के दौरान कहा मणिपुर में माँ-बहनों को वस्त्रहीन करके उनके ऊपर हमले हो रहे हैं. और उनका बलात्कार हो रहा है. इस पर अप्पति जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने स्पीकर से कण्ट्रोल करने की गुज़ारिश भी की.

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क्यूँ हुआ निलंबन?

प्रह्लाद जोशी, जो संसदीय कार्य मंत्री हैं उन्होंने यह प्रस्ताव पेश किया. यह प्रस्ताव था की, ‘इस सदन ने अधीर रंजन चौधरी बयानों को गंभीरता से लिया है, और निर्णय किया है की उनके कदाचार के मामले को कमिटी में भेजा जायेगा. सदन की विशेषाधिकार समिति को आगे की जांच करने और सदन को रिपोर्ट देने तक के लिए अधीर रंजन चौधरी को सदन से निलंबित किया जाना चाहिए.’

लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित किये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण और अलोकतांत्रिक बताया. उन्होंने कहा की यह सत्ता का अहंकार दर्शाता है.