अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को ईरान से अपील की कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम पर एक समझौते के लिए जल्दी से सहमत हो जाए। इजरायल द्वारा तेहरान पर भीषण हमलों के बाद ट्रंप ने इस तनावपूर्ण समय को ईरान के नेतृत्व के लिए एक संभावित “दूसरा मौका” बताया ताकि वे आगे की तबाही से बच सकें और “कभी ईरानी साम्राज्य के नाम से पहचाने जाने वाले” देश के बचे हुए हिस्से को बचाया जा सके।

ट्रंप ने यह बात उस समय कही जब उन्होंने व्हाइट हाउस की सिचुएशन रूम में अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा की। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वादा किया है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह खत्म करने के लिए “जितने दिन लगेंगे, उतने दिन तक” यह हमला जारी रहेगा।

IAEA ने नतांज परमाणु संयंत्र में रेडिएशन फैलने की पुष्टि की

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक राफेल ग्रोसी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बयान देते हुए पुष्टि की कि इजरायली हमलों से ईरान के नतांज परमाणु संयंत्र के अंदर रेडियोलॉजिकल और केमिकल कंटेमिनेशन हुआ है।

ग्रोसी ने कहा, “हालांकि प्रभाव के कारण नतांज के अंदर रेडिएशन और रसायनिक प्रदूषण मौजूद है। संयंत्र के भीतर मौजूद रेडिएशन का प्रकार, मुख्य रूप से अल्फा कण, उपयुक्त रेडिएशन सुरक्षा उपायों के साथ नियंत्रित किया जा सकता है।” उन्होंने बताया कि इजरायली हमले में पायलट फ्यूल एनरिचमेंट प्लांट के ऊपर के हिस्से को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है, जहां यूरेनियम को 60 प्रतिशत U-235 तक समृद्ध किया जा रहा था।

चीन और रूस ने इजरायल के हमलों पर जताई गहरी चिंता

चीन ने शुक्रवार को ईरान पर इजरायली हमलों पर “गहरी चिंता” व्यक्त की, जिनमें परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “चीन इस तरह की कार्रवाइयों के गंभीर परिणामों को लेकर बेहद चिंतित है।” चीन ने इसे ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया और तनाव कम करने में मदद की पेशकश की।

रूस ने भी शुक्रवार (13 जून, 2025) को कहा कि इजरायल के हमले बेवजह और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन हैं। रूस ने इजरायल पर कूटनीतिक प्रयासों को नष्ट करने का आरोप लगाया, जो तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्चिमी देशों की चिंताओं को शांत करने के लिए किए जा रहे थे।

क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने राज्य मीडिया से कहा, “रूस चिंतित है और इजरायल तथा ईरान के बीच बढ़ते तनाव की निंदा करता है।” हालांकि प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार रूस द्वारा बनाए गए बुशेहर परमाणु संयंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।