कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ ने बुधवार को अपने 11वें दिन बिहार के दरभंगा में जोरदार शुरुआत की। राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी को बुलेट पर बैठाकर बाइक रैली निकाली, जिसमें राजद नेता तेजस्वी यादव और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी शामिल हुए। यह यात्रा मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जनजागरूकता के लिए शुरू की गई है, जो मुजफ्फरपुर पहुंची, जहां राहुल ने चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला।
वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में विशाल रैली के साथ समाप्त होगी। 16 दिनों में यह यात्रा बिहार के 20 जिलों को कवर करते हुए 1300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। दरभंगा के जीवछ घाट से शुरू हुई बुधवार की रैली में हजारों कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया। राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के साथ बाइक रैली का नेतृत्व किया, जिसे देखने के लिए सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ी।
मुजफ्फरपुर के जारंग हाई स्कूल मैदान में सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “चुनाव आयोग के जरिए भाजपा ‘वोट चोरी’ की साजिश रच रही है। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) ने उनकी पोल खोल दी है।” उन्होंने गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी वोट चोरी के आरोप लगाए। राहुल ने जोर देकर कहा कि यह यात्रा हर नागरिक के मताधिकार की रक्षा के लिए है।
यात्रा में शामिल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विपक्षी एकता का संदेश दिया। तेजस्वी यादव ने भी जनता से संविधान और वोट के अधिकार की रक्षा की अपील की। दरभंगा में कांग्रेस नेताओं ने राहुल को जाले विधानसभा में 7,000 से अधिक दोहरे मतदाता नामों की शिकायत दी, जिसे उन्होंने गंभीरता से लिया।
यात्रा दरभंगा से मुजफ्फरपुर के गायघाट, बोचहां, मीनापुर और औराई विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी। स्थानीय लोगों में इसे लेकर खासा उत्साह दिखा। यह यात्रा बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की रणनीति को मजबूत करने का प्रयास है।
वोटर अधिकार यात्रा अब सीतामढ़ी की ओर बढ़ेगी, जहां सपा नेता अखिलेश यादव के शामिल होने की संभावना है। 1 सितंबर को पटना में होने वाली रैली बिहार की सियासत में नया रंग भर सकती है।