भारत में 15वें उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान संपन्न हो गया। सूत्रों के अनुसार, सुबह से शुरू हुए वोटिंग के बाद संसद भवन में शाम तक मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई। वोटों की गिनती आज शाम 6 बजे से शुरू होगी और इसी के साथ देश को नया उपराष्ट्रपति मिलेगा। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार राधाकृष्णन की जीत लगभग सुनिश्चित मानी जा रही है।

चुनाव में कई दिग्गज नेताओं ने भी अपने मत का प्रयोग किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने मतदान प्रक्रिया में भाग लिया। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष ने परिणाम आने से पहले ही राधाकृष्णन की जीत को स्वीकार कर लिया है। विश्लेषकों का कहना है कि राधाकृष्णन बड़े अंतर से जीतेंगे और उन्हें उपराष्ट्रपति के रूप में संसद में मजबूत समर्थन प्राप्त है।

उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल सांसदों ने मतदान किया और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। चुनाव आयोग ने पूरी सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए मतदान कराना सुनिश्चित किया। इस चुनाव में प्रमुख मुद्दों और उम्मीदवारों की पहचान के आधार पर मतदान हुआ।

राजनीतिक समीक्षक मानते हैं कि राधाकृष्णन की जीत से संसद में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को एक स्थिर समर्थन मिलेगा। इसके अलावा, इस चुनाव के परिणाम से भविष्य में संसदीय प्रक्रियाओं और विधायी कार्यों पर असर पड़ेगा। भाजपा के भीतर और सहयोगी दलों के लिए भी यह जीत एक महत्वपूर्ण संकेत है, जिससे पार्टी की राजनीतिक पकड़ मजबूत होगी।

वोटों की गिनती के बाद ही आधिकारिक परिणाम सामने आएंगे। हालांकि, रुझानों और विशेषज्ञों के विश्लेषण के अनुसार, राधाकृष्णन का मुकाबला कोई चुनौतीपूर्ण नहीं दिख रहा है। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि इस चुनाव का परिणाम संसद में कार्यवाही और भविष्य की नीतियों पर प्रभाव डाल सकता है।

आज का उपराष्ट्रपति चुनाव राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राधाकृष्णन की संभावित जीत से भारतीय संसद में संतुलन और विधायी प्रक्रियाओं की दिशा तय होगी। देशभर की नजरें अब शाम 6 बजे शुरू होने वाली वोटों की गिनती पर टिकी हैं, जब यह तय होगा कि नया उपराष्ट्रपति कौन होगा।