पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर पिछले तीन दिनों से अमेरिका में हैं। इस दौरान इज़राइल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ चुका है, जिससे पूरे मिडिल ईस्ट में हालात बिगड़ चुके हैं। युद्ध के माहौल और अमेरिका-इज़राइल की साझेदारी ने आतंकियों के बीच खौफ फैला दिया है। अब पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों में दहशत का माहौल है।
इन आतंकी संगठनों को अब यह लगने लगा है कि जिस तरह इज़राइल ने ईरान में हमले किए, उसी तरह भारत भी पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। आतंकियों को यह डर सता रहा है कि वे अब भारत के निशाने पर हैं और अगला हमला उन पर हो सकता है। इज़राइल को अमेरिका का पूरा समर्थन है, जिससे ईरान में हर तरफ तबाही मची हुई है। यही कारण है कि पाकिस्तान के आतंकी आका अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि फिलिस्तीन और ईरान के बाद अब बारी पाकिस्तान की है।
अमेरिका की रणनीति में बदलाव, पाकिस्तान भी हिट लिस्ट में शामिल
ईरान और इज़राइल की यह जंग मिडिल ईस्ट के लिए गंभीर संकट बन चुकी है। इस जंग के न थमने की स्थिति में दुनिया की राजनीतिक तस्वीर बदल सकती है। भारत पहले ही आतंक के खिलाफ सख्त रुख अपना चुका है। बालाकोट जैसी कार्रवाइयों से यह स्पष्ट है कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। अब पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को यह डर है कि भारत फिर से ऐसा कोई बड़ा ऑपरेशन कर सकता है।
विशेषज्ञों की मानें तो अमेरिका अब पाकिस्तान को भी अपनी हिट लिस्ट में डाल चुका है। गाजा और ईरान के बाद अगला निशाना पाकिस्तान हो सकता है।
जैसे-जैसे हालात बिगड़ते जा रहे हैं, पाकिस्तान में बैठे आतंकी अब बिलों में छिपते नजर आ रहे हैं। आतंक का सफाया अब तय माना जा रहा है।