पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर एक बार फिर कश्मीर के मुद्दे पर जहर उगलते नजर आए हैं। बकरीद के मौके पर POK के दौरे पर पहुंचे मुनीर ने कश्मीर में भारतीय शासन के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है। यह कोई नई बात नहीं है, पाकिस्तान के हुक्मरान अक्सर कश्मीर का राग अलापते रहते हैं। लेकिन इस बार मुनीर का बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान खुद अपने घर में आग से जूझ रहा है।

मुनीर की बौखलाहट

मुनीर की बौखलाहट का कारण शायद यह है कि कश्मीर में हालात तेजी से बदल रहे हैं और पाकिस्तान की दाल गलती नहीं है। कश्मीर में विकास और शांति की ओर बढ़ते कदम पाकिस्तान को रास नहीं आ रहे हैं। मुनीर के बयान से यह साफ होता है कि पाकिस्तान अभी भी कश्मीर में अपनी दखलंदाजी जारी रखना चाहता है।

हाफिज सईद को पाकिस्तान की कमान?

मुनीर के बयान के अलावा एक और बड़ी खबर सामने आई है कि पाकिस्तान में अब हाफिज सईद जैसे आतंकवादी को सत्ता की कमान सौंपी जा सकती है। पाकिस्तानी पत्रकार आदिल राजा ने दावा किया है कि मुनीर पाकिस्तान में अपना सिक्का जमाने के बाद अब डेमोक्रेसी के बदले मुल्लाक्रेसी कायम करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने होमवर्क भी शुरू कर दिया है।

पाकिस्तान के राजनेता भी अब आतंकवादी सरगनाओं को अपना माई बाप बताने लगे हैं। पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष मलिक मोहम्मद अहमद खान ने तो खुलेआम कहा है कि उनके हाफिज सईद और सैफुल्लाह कसूरी से अच्छे रिश्ते हैं। यह साफ तौर पर पाकिस्तान सरकार, प्रशासन और आतंकवादी गठजोड़ का नमूना है।

पाकिस्तान की सड़कों पर मुनीर के पुतले जलाए जा रहे हैं और वहां की आवाम पूछ रही है कि मुनीर की मंशा क्या है? क्या वह सचमुच हाफिज सईद जैसे आतंकवादी को पाकिस्तान की कमान सौंपना चाहते हैं? फिलहाल, पाकिस्तान की बौखलाहट और आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिशें जारी हैं।