भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ चल रही गहरी और सटीक रणनीति का हिस्सा है। पाकिस्तान के आतंकी ढांचे पर भारत के हमलों ने न सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाया, बल्कि पाकिस्तान की सेना और एयर डिफेंस सिस्टम को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। अब यह लड़ाई अपने अगले चरण की ओर बढ़ रही है, जिसमें आतंक के सूत्रधार हाफिज सईद और मसूद अजहर को खत्म करने की तैयारी है।
सूत्रों के अनुसार, भारत के सर्जिकल स्ट्राइक जैसे हमले में पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) के 6 फाइटर जेट, 2 एरियल वॉर्निंग सिस्टम (AWACS), एक C-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 30 मिसाइलें, UAV और UCAV समेत कई सैन्य संसाधन नष्ट कर दिए गए हैं। ये हमला भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम और क्रूज मिसाइल स्ट्राइक के जरिए अंजाम दिया गया था। ये आंकड़े साफ दिखाते हैं कि पाकिस्तान को इस हमले में अभूतपूर्व क्षति हुई है।
बहावलपुर में आतंकियों की कब्रें
सबसे चौंकाने वाला खुलासा बहावलपुर से आया है, जहां एक कब्रिस्तान में 21 आतंकियों की कब्रें मिली हैं। इनमें से कई मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों की बताई जा रही हैं। यह इलाका जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है और यहां की इन कब्रों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत का हमला आतंक के वास्तविक ठिकानों को ही निशाना बना रहा है।
ADB की मदद और पाकिस्तान की बेबसी
इसी बीच पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर एक अस्थायी राहत ज़रूर मिली है। एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने उसे 800 मिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज दिया है। हालांकि, भारत ने इस आर्थिक मदद पर आपत्ति जताई थी, क्योंकि पाकिस्तान इन पैसों का इस्तेमाल आतंकियों के पुनर्गठन में कर सकता है। लेकिन इसके बावजूद ADB ने यह सहायता दी, जिससे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सवाल उठ रहे हैं।
भारत की इस रणनीतिक और निर्णायक कार्रवाई ने न केवल आतंक के ढांचे को हिला दिया है, बल्कि पाकिस्तान को कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर भी बेनकाब कर दिया है। ऑपरेशन सिंदूर का अगला कदम अब और भी ज़्यादा व्यापक और लक्ष्यभेदी होगा।