पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर मोदी सरकार पर आक्रामक हो गई हैं। विधानसभा में सशस्त्र बलों की वीरता के सम्मान में प्रस्ताव पारित करते हुए उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। ममता ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को केंद्र सरकार की सुरक्षा विफलता बताया। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर हमले के वक्त सुरक्षा बल वहां क्यों मौजूद नहीं थे। साथ ही, उन्होंने भाजपा पर सेना के शौर्य का राजनीतिक इस्तेमाल करने का भी गंभीर आरोप लगाया।
सशस्त्र बलों के सम्मान की आड़ में राजनीतिक तकरार
मंगलवार को विधानसभा में सशस्त्र बलों के सम्मान में प्रस्ताव पारित करते वक्त ममता बनर्जी ने अपने भाषण में कहा कि देश के वीर जवानों की बहादुरी को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह जवानों की शहादत को भी राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करती है। ममता का दावा था कि भाजपा सिर्फ चुनाव जीतने के लिए जवानों की कुर्बानियों का प्रचार करती है, लेकिन असल में उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती।
ममता ने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से केंद्र की नाकामी का उदाहरण है। उन्होंने पूछा कि जब खुफिया जानकारी पहले से थी तो सुरक्षाकर्मी वहां तैनात क्यों नहीं थे?
प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा कटाक्ष
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि वे सिर्फ अपनी छवि चमकाने में लगे हैं। ममता ने आरोप लगाया कि देश में चाहे जो भी संकट हो, प्रधानमंत्री हमेशा प्रचार में व्यस्त रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रही है और अब इसका जवाब जनता को देना होगा।
इधर, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी अपने-अपने संकटों से जूझ रही हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस बार-बार रणनीतिक चूकों का शिकार हो रही है, जबकि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है। ऐसे में विपक्ष की स्थिति कमजोर नजर आ रही है और ममता बनर्जी के तीखे तेवर भी सवालों के घेरे में हैं।