महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शनि शिंगणापुर मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। मंदिर ट्रस्ट ने हाल ही में 167 कर्मचारियों को अनुशासनात्मक कारणों से नौकरी से निकाल दिया। इनमें से 114 कर्मचारी मुस्लिम समुदाय से हैं। ट्रस्ट का कहना है कि यह कार्रवाई काम में लापरवाही और लंबी अनुपस्थिति के कारण की गई है, और इसमें किसी भी तरह का धार्मिक भेदभाव नहीं किया गया है। निकाले गए कर्मचारी मंदिर के कृषि, कचरा प्रबंधन और शिक्षा विभागों में काम कर रहे थे। कुछ कर्मचारी पांच महीने से अनुपस्थित थे। वहीं, आचार्य तुषार भोसले और ‘सकल हिंदू समाज’ ने इसे हिंदू समाज की एकता की जीत बताया है। मई में वायरल हुए एक वीडियो के बाद यह विवाद गहराया, जिसमें एक गैर-हिंदू व्यक्ति मंदिर परिसर में काम करता दिखा।

निकाय चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। शरद पवार ने स्पष्ट किया है कि वह बीजेपी को छोड़ किसी भी दल के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं। इससे महाविकास अघाड़ी और महायुति दोनों गठबंधनों में दरार की आशंका जताई जा रही है। लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन पहले ही बिखरने लगा है। अब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एक होने की चर्चाओं के बीच, मुख्यमंत्री फडणवीस और राज ठाकरे की एक गुप्त बैठक ने राजनीतिक हलचल और बढ़ा दी है। संजय राउत ने इस बैठक को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि मुंबई महानगरपालिका में हुए भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए।

उधर नासिक के सुरगाणा में एक महिला द्वारा अपने पति की कुल्हाड़ी से हत्या और शव के टुकड़े कर दफनाने की वारदात ने राज्य को हिला कर रख दिया है। वहीं महाराष्ट्र सरकार का ई-कैबिनेट लागू करने का प्रयास उस वक्त झटका खा गया, जब आईपैड की आपूर्ति करने वाली कंपनी समय पर उपकरण नहीं दे सकी, जिससे टेंडर रद्द करना पड़ा। सरकार अब नए आपूर्तिकर्ता की तलाश में है। ई-कैबिनेट का उद्देश्य कागज़ रहित शासन और मंत्रियों की कार्यक्षमता बढ़ाना है।