महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों तीखी बयानबाज़ी, चुनाव आयोग से टकराव, घोटालों की जांच और ड्रग्स रैकेट जैसे मुद्दों के चलते चर्चा में है। राहुल गांधी के करीबी नेता के विवादित बयान से लेकर शकील चिकना की गिरफ्तारी तक, हर घटना ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। वहीं बीएमसी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप और उद्धव ठाकरे को लेकर भाजपा के तीखे शब्द महाराष्ट्र की राजनीति के बदलते रंग को साफ तौर पर दिखाते हैं।
सपकाल के विवादित बयान से उठा बवाल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तुलना कसाई से कर दी, जिसके बाद बवाल मच गया। बीजेपी ने इस बयान को शर्मनाक करार देते हुए राहुल गांधी और सपकाल से माफी की मांग की। सोशल मीडिया पर सपकाल के बयान की तीखी आलोचना हो रही है और लोग गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के भीतर भी इस बयान को लेकर असहजता है, खासकर तब जब पार्टी महाराष्ट्र में लगातार कमजोर हो रही है।
ईसी पर सवाल और बीएमसी पर जांच
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में फर्जी मतदान का आरोप लगाकर चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा किया। चुनाव आयोग ने उनके आरोपों को भ्रामक बताया और साफ किया कि सभी राजनीतिक दलों को समय पर मतदाता सूची सौंपी गई थी। दूसरी ओर, बीएमसी द्वारा मीठी नदी की सफाई में 65 करोड़ खर्च करने के दावे पर सवाल उठे हैं। ईडी और आर्थिक अपराध शाखा ने जांच शुरू की है, लेकिन बीएमसी अधिकारियों के पूछताछ में सहयोग न करने से संदेह और गहराया है।
राज्य के मंत्री आशीष शेलार ने उद्धव ठाकरे को “महाराष्ट्र का बेईमान” बताया और आदित्य ठाकरे पर पेड़ कटाई का आरोप लगाते हुए नैतिक अधिकार छीनने की बात कही। बीजेपी ने आरोप लगाया कि पर्यावरण संरक्षण की बात करने वाले खुद सबसे बड़े दोषी हैं।
इधर, रायगढ़ में चल रही हाई-प्रोफाइल ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। मास्टरमाइंड शकील चिकना गिरफ्तार हुआ, जो अपने बेटे के साथ मिलकर एमडी ड्रग्स बनाता था। फैक्ट्री से बरामद मटेरियल से 300 करोड़ रुपये की ड्रग्स बनने की आशंका है। पुलिस अब मनी ट्रेल और नेटवर्क की जांच में जुटी है।