हाल के दिनों में लगातार सामने आ रही उड़ानों में तकनीकी समस्याओं ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को उड़ान के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के चलते वापस दिल्ली लौटना पड़ा। इसी तरह हैदराबाद से तिरुपति जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट को भी उड़ान के तुरंत बाद तकनीकी दिक्कत के कारण हैदराबाद में ही सुरक्षित लैंड कराना पड़ा। इसके अलावा, एयर इंडिया की दो अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स—सैन फ्रांसिस्को से मुंबई और हांगकांग से दिल्ली—को भी इंजन और तकनीकी खामी के कारण उड़ान रोकनी पड़ी या लौटना पड़ा।
इंडिगो की फ्लाइट 6E 2006 ने दिल्ली से लेह के लिए उड़ान भरी थी लेकिन उड़ान के बाद उसमें तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। पायलट ने तुरंत नियंत्रण कक्ष को सूचित किया और विमान को सुरक्षित रूप से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारा गया। एयरलाइन ने यात्रियों को नई फ्लाइट से लेह पहुंचाने का इंतजाम किया और बताया कि लेह में लैंडिंग को लेकर परिचालन से जुड़ी कुछ सीमाएं भी थीं, जिसके चलते यह कदम उठाया गया।
स्पाइसजेट और एयर इंडिया की उड़ानों में भी गड़बड़ी
स्पाइसजेट की हैदराबाद-तिरुपति फ्लाइट SG 2696 को भी उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के चलते हैदराबाद लौटना पड़ा। सुबह 6:10 बजे रवाना होने वाली इस फ्लाइट में टेक-ऑफ के बाद AFT बैगेज डोर लाइट में बार-बार रोशनी आने की सूचना मिली। हालांकि केबिन प्रेशर सामान्य बना रहा। पायलट ने एहतियात के तौर पर वापसी का निर्णय लिया और विमान को सुरक्षित उतारा गया। यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान का प्रबंध कर दिया गया।
अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स में भी समस्याएं
सैन फ्रांसिस्को से मुंबई जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI180 को इंजन की तकनीकी खराबी के कारण कोलकाता में अनिर्धारित ठहराव करना पड़ा। रात 12:45 बजे पहुंचने के बाद विमान के बाएं इंजन में दिक्कत देखी गई और सुबह 5:20 बजे यात्रियों को विमान से उतारा गया।
वहीं, हांगकांग से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI315 को उड़ान के दौरान तकनीकी समस्या की आशंका के चलते वापस हांगकांग लौटना पड़ा। यह उड़ान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान द्वारा संचालित थी, जिसे भारत में एयर इंडिया द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।