आज देश और विदेश से जुड़ी पांच बड़ी खबरें सामने आईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर हैं, बिहार चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल जारी है, सुप्रीम कोर्ट में हमले के आरोपी वकील के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही है, यूपी की सियासत में अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात चर्चा में है, और अफगानिस्तान को लेकर भारत ने अमेरिका की नीति का विरोध किया है।
PM मोदी का मुंबई दौरा और ब्रिटिश पीएम से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज और कल दो दिवसीय मुंबई दौरे पर हैं। उन्होंने नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया, जिसकी लागत लगभग 19,650 करोड़ रुपये है। इस हवाई अड्डे से छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की भीड़ कम होगी और एवीएशन सेक्टर में नई ऊर्जा आएगी। प्रधानमंत्री कल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात करेंगे। इस दौरान व्यापार, निवेश, रक्षा और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
बिहार चुनाव: NDA और महागठबंधन में सीट बंटवारा मंथन
बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद आचार संहिता लागू हो गई है। एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे और उपमुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन जारी है। RJD और कांग्रेस के बीच सीटों पर विवाद जारी है। BJP ने नया नारा दिया है- “25 से 30, नरेंद्र और नीतीश।” चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सभी दल संतुष्ट हैं और सीट बंटवारा जल्द तय हो जाएगा।
CJI पर हमला: वकील के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बी आर गवई पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ कार्यवाही की मांग तेज हो गई है। वरिष्ठ वकील सुभाष चंद्रन ने अटॉर्नी जनरल को पत्र लिखकर कोर्ट की अवमानना के तहत कार्रवाई की सहमति मांगी। पत्र में कहा गया कि यह घटना न्यायपालिका की गरिमा और लोगों के विश्वास के लिए गंभीर चुनौती है।
अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात
यूपी की राजनीति में अहम मोड़ आया जब जमानत पर बाहर आने के बाद आजम खान और अखिलेश यादव की पहली मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान को झूठे मामलों में फंसाया गया और उन्हें न्याय मिलना चाहिए। यह मुलाकात बंद कमरे में हुई और दोनों नेताओं ने व्यक्तिगत और राजनीतिक मामलों पर चर्चा की।
अमेरिका की नीति पर भारत का विरोध
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर अमेरिका की सैन्य तैनाती की योजना का विरोध किया। मॉस्को फॉर्मेट कंसल्टेशन में भारत समेत आठ देशों ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए किसी भी बाहरी सैन्य हस्तक्षेप को अस्वीकार्य बताया।
आज की इन बड़ी खबरों ने राजनीतिक, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय मामलों में महत्वपूर्ण मोड़ दिखाया है। आने वाले दिनों में बिहार चुनाव और सुरक्षा मामलों पर चर्चा और तेज होगी।