26 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया। वहीं, अंतरिक्ष में भारत को नई ऊंचाई देने वाले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने बधाई दी। ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमलों के बाद ट्रंप और खुफिया एजेंसियों में टकराव दिखा, जबकि पाकिस्तान ने खुलकर ईरान का साथ देने की बात कही। इसी बीच, पंडित नेहरू के दस्तावेज़ों को लेकर सोनिया गांधी पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर सियासी बयानबाज़ी तेज

देश में 1975 में लगे आपातकाल को 50 साल पूरे हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि 26 जून को संविधान की हत्या हुई थी, मौलिक अधिकार छीने गए और प्रेस की स्वतंत्रता खत्म कर दी गई थी। पीएम मोदी ने ‘द इमरजेंसी डायरीज’ किताब का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौर ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया। दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पलटवार करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों से देश में अघोषित आपातकाल चल रहा है।

भारत के लिए गौरव का दिन, अंतरिक्ष में शुभांशु की उड़ान

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ओर सफल उड़ान भर कर इतिहास रच दिया है। यह मिशन Axiom-4 के तहत हुआ, जो भारत के लिए गौरव का क्षण है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने शुभकामनाएं दीं। पीएम ने कहा कि शुभांशु देश के 1.4 अरब नागरिकों की उम्मीदों को अंतरिक्ष में लेकर जा रहे हैं। अंतरिक्ष से शुभांशु का पहला संदेश आया, “मेरे कंधे पर तिरंगा है।”

ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ट्रंप का बयान

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिकी हवाई हमलों को लेकर अमेरिका में ही विवाद खड़ा हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने CNN और New York Times पर झूठी रिपोर्टिंग का आरोप लगाया। डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी ने दावा किया था कि हमलों में ईरानी परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह नहीं रुका है, लेकिन ट्रंप ने कहा कि ठिकाने तबाह कर दिए गए हैं।

ईरान के साथ खड़ा हुआ पाकिस्तान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से टेलीफोन पर बातचीत कर हर मंच पर ईरान का समर्थन करने का आश्वासन दिया। शरीफ ने सऊदी अरब और कतर के नेताओं से भी पश्चिम एशिया के हालात पर चर्चा की। वहीं, इमरान खान के X अकाउंट से साझा बयान में कहा गया कि अगर देश में असली ताकत किसी और के पास है, तो बातचीत भी उसी से होनी चाहिए।

नेहरू के दस्तावेज़ों पर सोनिया को चेतावनी

प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी ने सोनिया गांधी को पंडित नेहरू के 51 कार्टन निजी दस्तावेज़ों की वापसी के लिए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। ये दस्तावेज़ 2008 में UPA सरकार के दौरान लिए गए थे, जब सोनिया गांधी इस संस्था की अध्यक्ष थीं। इन ऐतिहासिक दस्तावेज़ों में स्वतंत्रता संग्राम और नेहरू काल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल हैं।

देश और दुनिया में एक ओर जहां लोकतंत्र की रक्षा और उसकी आलोचना को लेकर बहस तेज है, वहीं भारत वैज्ञानिक उपलब्धियों से भी दुनिया में नई पहचान बना रहा है। आने वाले दिनों में इन घटनाओं का राजनीतिक और कूटनीतिक असर और गहरा हो सकता है।