दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन एक बार फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। दिल्ली के स्कूलों में कक्षा निर्माण में कथित घोटाले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया, जिसके बाद वे ACB दफ्तर पहुंचे। मामला गंभीर है, क्योंकि इस घोटाले में करोड़ों रुपये के गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या सत्येंद्र जैन को अब गिरफ्तार किया जाएगा?

ACB ने सत्येंद्र जैन को एक आधिकारिक नोटिस जारी कर 6 जून को पेश होने का निर्देश दिया था। बताया जा रहा है कि उनके सामने स्कूलों में निर्माण कार्य की लागत, टेंडर प्रक्रिया और ठेकेदारों के चयन को लेकर कई सवाल रखे गए। मामले में भ्रष्टाचार की आशंका जताई जा रही है, खासतौर पर निर्माण लागत को लेकर।

सिसोदिया पर भी शिकंजा

इस घोटाले की आंच अब दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तक भी पहुंच चुकी है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने उन्हें भी समन जारी किया है और 9 जून को पेश होने को कहा है। जांच एजेंसी को शक है कि स्कूलों में कक्षा निर्माण का काम तय बजट से कहीं अधिक में किया गया और इसमें नियमों की अनदेखी हुई।

सूत्रों के अनुसार, निर्माण से जुड़ी फाइलों में कई अनियमितताएं पाई गई हैं। कुछ टेंडर प्रक्रिया के दस्तावेजों में भी हेरफेर की बात सामने आई है। इन सभी पहलुओं को लेकर अब ACB का रुख सख्त हो चुका है।

सत्येंद्र जैन ने लगाए आरोप

पूछताछ के बाद सत्येंद्र जैन ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह केवल दोषारोपण की राजनीति है और बीजेपी लोगों का ध्यान असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
फिलहाल ACB की जांच जारी है और सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में जाएगा।