दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर शुक्रवार को एक जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान हमला करने की कोशिश हुई। इस दौरान हमलावर ने उन पर हाथ डालने और खींचने का प्रयास किया। हंगामे के बीच सीएम को हल्की चोट भी आई, जबकि पुलिस ने मौके पर ही आरोपी को हिरासत में ले लिया।
आरोपी की पहचान और पृष्ठभूमि
पुलिस ने हमलावर की पहचान राजेश खिमजी के रूप में की है, जो गुजरात का रहने वाला है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि आरोपी ने पहले से सीएम के कार्यक्रम स्थल की रेकी की थी और सुनियोजित तरीके से हमला करने पहुंचा था।
हमले का तरीका और घटनाक्रम
कार्यक्रम के दौरान आरोपी ने अचानक मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का हाथ पकड़कर खींचने की कोशिश की। इस अफरा-तफरी में पास रखी मेज उनके सिर से टकरा गई, जिससे उन्हें हल्की चोट लगी। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत आरोपी को काबू में कर लिया और थाने ले गए।
घटना पर भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि आरोपी पहले से इलाके में घूमकर जानकारी ले रहा था और यह हमला किसी योजना का हिस्सा लगता है। उन्होंने इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक बताया।
वहीं, आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और सरकार को इस मामले में पूरी सख्ती दिखानी चाहिए।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह जांच की जा रही है कि उसके पीछे कोई राजनीतिक या व्यक्तिगत वजह थी या नहीं। शुरुआती जानकारी के अनुसार आरोपी पिछले कुछ दिनों से कार्यक्रम स्थल के आसपास देखा गया था।
सुरक्षा को लेकर सवाल
घटना के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्ष का कहना है कि सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही सामने आई है, जिसे तुरंत दुरुस्त करने की जरूरत है।
पुलिस अब आरोपी के दिल्ली आने के मकसद और संभावित नेटवर्क की जांच कर रही है। वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि सीएम की हालत ठीक है और वह अपने नियमित कार्यक्रम जारी रखेंगी।
यह घटना न केवल दिल्ली की राजनीति में हलचल पैदा कर गई है बल्कि सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी गंभीर चेतावनी साबित हुई है। अब देखना होगा कि जांच में इस हमले के पीछे की असल वजह क्या सामने आती है।