एक बड़ी राहत की खबर आई है, खासकर उन यात्रियों के लिए जो मिडिल ईस्ट और यूरोप की यात्रा की योजना बना रहे हैं। एअर इंडिया ने मंगलवार को घोषणा की कि वह इन क्षेत्रों के लिए अपनी उड़ान सेवाएं फिर से शुरू कर रही है। यह फैसला उस वक्त आया जब अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम समझौते की पुष्टि की गई।

बीते कुछ दिनों से ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के कारण कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों को अपनी उड़ानों को स्थगित या डायवर्ट करना पड़ा था। एअर इंडिया ने भी सोमवार को अल-उदीद एयरबेस पर मिसाइल हमले के बाद मिडिल ईस्ट के लिए सभी उड़ानें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी थीं। इसके अलावा, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए भी सेवाएं रोक दी गई थीं।

अब जबकि हवाई क्षेत्र धीरे-धीरे दोबारा खुल रहे हैं और संघर्ष विराम की स्थिति बन रही है, एयरलाइन ने सेवाएं फिर से बहाल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी के मुताबिक, मध्य पूर्व से उड़ानें 25 जून से दोबारा शुरू हो जाएंगी, जबकि यूरोप से भी रद्द की गई उड़ानों को क्रमबद्ध रूप से बहाल किया जा रहा है।

हालांकि उड़ानें दोबारा शुरू हो रही हैं, लेकिन एयरलाइन पूरी तरह से सतर्क है। एयर इंडिया ने साफ किया है कि अगर कोई हवाई मार्ग असुरक्षित पाया जाता है तो वे अपनी उड़ानों को डायवर्ट, रिशिड्यूल या रद्द करने में संकोच नहीं करेंगे। कंपनी ने यह भी कहा कि वह यात्रियों को समय-समय पर स्थिति से अवगत कराएगी और सुरक्षा को प्राथमिकता देती रहेगी।

अमेरिका-कनाडा की उड़ानों पर अगला फैसला?

जहां मिडिल ईस्ट और यूरोप के लिए उड़ानों को बहाल किया जा रहा है, वहीं अब सबकी निगाहें अमेरिका और कनाडा की ईस्ट कोस्ट से संचालित उड़ानों पर हैं। एयर इंडिया ने संकेत दिया है कि इन सेवाओं को भी जल्द ही शुरू किया जाएगा, लेकिन स्पष्ट समयसीमा अभी नहीं दी गई है।

एयर इंडिया का यह निर्णय वैश्विक हवाई यातायात के सामान्य होने की दिशा में एक अहम कदम माना जा सकता है। हालांकि संघर्ष विराम ने यात्रियों के लिए कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन क्षेत्र की जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही की गुंजाइश नहीं है। एयरलाइनों और यात्रियों दोनों को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखनी होगी।