एयर इंडिया 171 फ्लाइट हादसे की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और इस दिशा में बड़ी सफलता हाथ लगी है। जांच कर रही टीम को अब कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) भी मिल गया है। इससे पहले डिजिटल वॉयस रिकॉर्डर (DVR) भी बरामद किया जा चुका है। दोनों ब्लैक बॉक्स मिलने से हादसे की वजहों को समझने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।

ब्लैक बॉक्स में फ्लाइट के दौरान पायलट्स के बीच हुई बातचीत, सिस्टम अलर्ट्स और तकनीकी जानकारियां रिकॉर्ड होती हैं। इनसे विमान में आई तकनीकी खराबी या अन्य कारणों की सटीक जानकारी मिल सकती है, जिससे जांच एजेंसियों को निष्कर्ष तक पहुंचने में सहायता मिलेगी।

प्रधान सचिव पहुंचे दुर्घटनास्थल, संयुक्त जांच शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव भी दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की प्रगति का जायजा लिया। उनकी उपस्थिति से यह साफ है कि सरकार इस दुर्घटना को लेकर गंभीर है और जांच में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है।

अब यह जांच भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की संयुक्त टीम द्वारा की जाएगी। दोनों एजेंसियां मिलकर इस घटना की विस्तृत और निष्पक्ष जांच करेंगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

एयर इंडिया 171 फ्लाइट के हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया था। लेकिन अब जांच एजेंसियों के पास दोनों ब्लैक बॉक्स होने के कारण सटीक जानकारी हासिल करने की उम्मीद बढ़ गई है। अधिकारियों का मानना है कि इनसे जल्द ही यह पता चल सकेगा कि विमान हादसे का असल कारण क्या था – तकनीकी खराबी, मानवीय भूल या कोई और वजह।

सरकार और संबंधित एजेंसियों ने भरोसा दिलाया है कि जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। देश को उम्मीद है कि जल्द ही हादसे की सच्चाई सामने आएगी और पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा।