अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस दुर्घटना में 241 पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स की जान चली गई। इसके अलावा उन लोगों की भी मौत हुई जो उस जगह पर मौजूद थे जहां बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन गिरा। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टेकऑफ के महज 40 सेकंड बाद ही विमान क्रैश हो गया।
इस दुर्घटना के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एक बड़ा फैसला लिया है। DGCA ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब से बोइंग के सभी विमानों की टेकऑफ से पहले पूरी तरह से जांच की जाएगी। यह जांच प्रीकॉशनरी स्टेप के तहत होगी। इसमें इंजन की जांच, केबिन में एयर प्रेशर की जांच, विंग्स की स्थिति और कॉकपिट के सभी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स की गहन जांच शामिल होगी। जांच पूरी होने के बाद ही विमान को उड़ान की अनुमति दी जाएगी।
ब्लैक बॉक्स से खुलेगा हादसे का राज
इस दर्दनाक हादसे के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि आखिर इतना सुरक्षित माने जाने वाला ड्रीमलाइनर विमान क्रैश कैसे हो गया? क्या इसमें कोई तकनीकी खामी थी, कोई मानवीय चूक, या फिर कोई और रहस्यमयी वजह? फिलहाल, जांच एजेंसियां इस सवाल के जवाब तलाश रही हैं।
विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। इसमें मौजूद फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की जांच शुरू हो चुकी है। इन रिकॉर्डर्स से हादसे के कई राज सामने आने की उम्मीद है। इस पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हाई-लेवल जांच कमेटी का गठन किया है। साथ ही अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम की टीमें भी इस जांच में शामिल हो चुकी हैं।
देशभर में इस हादसे को लेकर गहरी चिंता है और हर कोई यह जानना चाहता है कि क्या यह सिर्फ एक तकनीकी गड़बड़ी थी या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश छिपी है। आने वाले दिनों में ब्लैक बॉक्स और वॉयस रिकॉर्डर की जांच से यह सच जरूर सामने आएगा।