चुनाव से पहले लालू परिवार के लिए बड़ी खबर है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने IRCTC घोटाले मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी सहित कई धाराओं के तहत आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट के इस फैसले के बाद अब तीनों नेताओं के खिलाफ केस का कानूनी सामना शुरू होगा।
IRCTC घोटाले की जांच लंबी और विवादों से भरी रही है। इस मामले में आरोप है कि रेलवे मंत्रालय के समय में IRCTC के खाते से सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया और आपराधिक साजिश के तहत गलत तरीके से लाभ उठाया गया। कोर्ट ने जांच के बाद आरोप तय कर यह संकेत दिया है कि मामले में आगे मुकदमा चलेगा और लालू परिवार को अदालत में जवाब देना होगा।
लालू यादव ने कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि वह खुद को निर्दोष मानते हैं और मुकदमे का सामना करेंगे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का सामना करूंगा और न्याय प्रक्रिया में पूरा सहयोग करूंगा।” राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने भी कानूनी प्रक्रिया का पालन करने की बात कही है।
इस फैसले का राजनीतिक परिप्रेक्ष्य भी अहम है। राज्य में चुनावी माहौल पहले ही गर्म है और लालू परिवार की राजनीतिक सक्रियता पर यह मामला बड़ा असर डाल सकता है। विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषक इसे चुनावी रणनीति और जनता की धारणा को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देख रहे हैं।
वहीं, कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि आरोप तय होने का मतलब दोषी होना नहीं है। अब मामले की सुनवाई शुरू होगी और अदालत सभी साक्ष्यों और दलीलों को सुनने के बाद निर्णय लेगी। न्याय प्रक्रिया के दौरान लालू परिवार के कानूनी प्रतिनिधि पूरी तरह से मामले की समीक्षा कर रहे हैं और आगे की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
IRCTC घोटाले में कोर्ट द्वारा आरोप तय करने का कदम लालू परिवार के लिए न केवल कानूनी चुनौती है बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब आने वाले दिनों में सुनवाई और अदालत की कार्रवाइयां इस मामले की दिशा तय करेंगी।
इस फैसले ने पूरे राजनीतिक को हिला दिया है और आने वाले समय में इसके असर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चुनावी माहौल में स्पष्ट रूप से देखने को मिल सकते हैं।