भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को इस कदर झटका दिया कि अब खुद पाकिस्तान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर इशाक डार ने इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया है। पाकिस्तान के प्रमुख चैनल जियो टीवी पर बातचीत करते हुए डार ने माना कि भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान ने ही युद्धविराम (सीजफायर) की पहल की थी।

इशाक डार ने यह भी खुलासा किया कि भारत ने पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस और पंजाब के शोरकोट एयरबेस को निशाना बनाया था। बातचीत के दौरान डार ने बताया कि सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने उन्हें कॉल किया था और कहा कि वह भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करना चाहते हैं। डार ने जवाब दिया—”हां भाई, आप बात कीजिए।” इसके बाद फैसल ने जयशंकर से बातचीत की और उन्हें पाकिस्तान की तरफ से युद्ध रोकने का प्रस्ताव दिया। डार के इस बयान से अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उन दावों की भी पोल खुल गई, जिनमें वे खुद को मध्यस्थ के रूप में पेश कर रहे थे।

इस पूरे घटनाक्रम ने विपक्षी नेता राहुल गांधी को भी अप्रत्यक्ष रूप से झटका दिया है, क्योंकि डार की स्वीकारोक्ति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत ने सैन्य और कूटनीतिक दोनों मोर्चों पर बाज़ी मारी है।

भारतीय हमले से घबराया पाकिस्तान, योजनाएं धरी की धरी रह गईं

इशाक डार ने यह भी माना कि पाकिस्तान ने भारत पर जवाबी हमला करने की पूरी योजना बना रखी थी। पाकिस्तानी सेना ने सुबह 4:00 बजे हमला करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन भारत ने उस योजना को फेल कर दिया। भारत ने रात 2:30 बजे ही हमला कर दिया, जिससे पाकिस्तान पूरी तरह हैरान रह गया।

डार ने कहा कि भारत ने सरगोधा एयरबेस समेत कई अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों को भी निशाना बनाया। भारत के इस अचानक हमले ने पाकिस्तान को पूरी तरह चौंका दिया और उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।

डार की इस स्वीकारोक्ति ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल सैन्य दृष्टि से बल्कि रणनीतिक रूप से भी भारत की एक बड़ी सफलता है।